नई दिल्ली। देश की पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने विद्यार्थियों व बुद्धिजीवियों का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि वे देश के विकास के साथ ही आधुनिक भारत के निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभाएं।
श्रीमती पाटिल शनिवार को जयपुर के यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, वाटिका के प्रथम दीक्षांत समारोह को वर्चुअल माध्यम से बतौर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कही । उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ सामाजिक दायित्व निभाना भी हमारा कर्तव्य है।
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श्रीमती पाटिल ने विद्यार्थिर्यों को देश का भविष्य बताते हुए कहा कि संस्थान उनको अच्छे संस्कार और मानवीय मूल्यों से परिपूर्ण शैक्षणिक माहौल दें ताकि वे इनको आत्मसात कर अपने कॅरियर में ऊंचाईयां तय करते हुए देश की साख बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए वर्तमान केन्द्र एवं राज्य सरकारें महत्वपूर्ण कदम उठा रही हैं। निजी विश्वविद्यालय भी इस दिशा में अपना बड़ा योगदान दे रहे है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जलवायु एवं ऊर्जा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने कहा कि विद्यार्थी शिक्षा संस्थानों में अर्जित ज्ञान का उपयोग देश और समाज में स्वस्थ प्रतिस्पधार्त्मक माहौल तैयार करने में करे, यह उनके सफल और सुखद भविष्य के लिए मददगार होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा संस्थानों में विद्यार्थी विविध सांस्कृतिक, भाषाई और धार्मिक पृष्ठभूमि से आते हैं, यहां उनको अपने वैचारिक दृष्टिकोण के विकास के साथ-साथ उदारता, सहिष्णुता और भाईचारे के भावों को ग्रहण करने का अवसर मिलता है। यह बहु सांस्कृतिक पृष्ठभूमि उनके जीवन को समृद्ध, मजबूत और सामाजिकता से परिपूर्ण आधारशिला प्रदान करती है।