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देश का भविष्य हैं मेधावी, उन्हें लक्ष्य तय करके आगे बढ़ना है: नेहा शर्मा

Neha Sharma

Neha Sharma

गोंडा। जिला पंचायत सभागार में बुधवार को आयोजित मेधावी सम्मान समारोह-2023 में जिले के 23 मेधावियों को सम्मानित किया गया। माध्यमिक शिक्षा विभाग व अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से सम्मान पाकर मेधावियों के चेहरे खिल उठे।

समारोह में गोंडा सांसद कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा कि साल 2017 से पहले नकल के कारण मेधावियों के चयन में भेदभाव होता था। योगी सरकार ने नकल पर अंकुश लगाया और प्रतिभाओं को समान अवसर दिया। जिला पंचायत अध्यक्ष धनश्याम मिश्र ने मेधावियों को बधाई दी।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा (Neha Sharma) ने कहा कि मेधावी देश का भविष्य हैं, उन्हें लक्ष्य तय करके आगे बढ़ना है। उन्होंने विभाग से दिए गए टैबलेट का इस्तेमाल तरक्की के लिए करने की सलाह दी और रास्ते भी बताए। सीडीओ एम. अरुन्मोली ने कहा कि मेधावियों से समाज व परिवार को काफी उम्मीदें हैं। उन्हें सपने पूरे करने के लिए कड़ी मेहनत करनी है। डीआईओएस राकेश कुमार ने कहा कि मेधावियों की बदौलत शिक्षा के क्षेत्र में जिले का स्थान आगे बढ़ा है। अब गोंडा काे प्रदेश के टॉप टेन में लाना है। कार्यक्रम में सांसद प्रतिनिधि राजेश सिंह व रमाशंकर मिश्र, बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह, जिला सूचना अधिकारी संजय कुमार आदि मौजूद रहे।

माध्यमिक शिक्षा विभाग अब मेधावियों को आगे बढ़ाने की पहल करेगा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा (Neha Sharma) ने समारोह में इसका ऐलान किया। कहा कि हर गांव के विद्यार्थी घर से ही अब कॅरिअर काउंसिलिंग करा सकेंगे। इसके लिए एक्सपर्ट के तौर पर नई पहल की शुरुआत होगी।

उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षा विभाग ने कॅरिअर काउंसिलिंग के लिए ‘पंख’ पोर्टल लांच किया है। इसे यूनिसेफ की मदद से बनाया गया है। कक्षा-10 तथा कक्षा-12 के बाद कॅरिअर की दिशा तय करने में मदद के लिए ‘पंख’ पोर्टल है। ‘प्रज्ञान’ ई-लाइब्रेरी पोर्टल है। ‘परख’ के माध्यम से स्कूलों की ग्रेडिंग होगी और ‘पहचान’ के माध्यम से हर स्कूल का वेबपेज देखा जा सकेगा। इसमें पंख पोर्टल को यूनिसेफ की मदद से बनाया गया है। इसमें यूपी बोर्ड का पंजीकरण नंबर और विषय डालने पर इससे संबंधित कॅरिअर की गाइडेंस मिलेगी। इससे गांव-कस्बों के बच्चों को अपने विषय से संबंधित कई तरह के कॅरिअर की जानकारी मिलेगी। इसमें किस तरह के कोर्स किए जा सकते हैं और भविष्य में इसमें आगे बढ़ने की क्या संभावनाएं हैं, इसकी जानकारी भी मिलेगी। कॉलेज, छात्रवृत्ति, कौशल विकास कार्यक्रम, इंटर्नशिप और शिक्षा के विषय में उपलब्ध विकल्पों के बारे में विद्यार्थी इससे सलाह ले सकेंगे। राजकीय व एडेड विद्यालयों के लिए निशुल्क सलाह दी जाएगी।

ई-प्रज्ञान एप में से ई-पुस्तकों का विशाल संग्रह: नेहा शर्मा

डीएम (Neha Sharma) ने बताया कि ई-प्रज्ञान एप में से ई-पुस्तकों के विशाल संग्रह के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं, उद्यमिता व स्टार्टअप, एनआईसी ई-ग्रन्थालय एवं लाइब्रेरी नेटवर्क की जानकारी उपलब्ध है। डीएम ने डीआईओएस को निर्देश दिया कि इसका व्यापक प्रसार कराएं, जिससे युवा ऑनलाइन जानकारी हासिल कर आगे बढ़ सकें।

जिले के मेधावियों को पहली बार ऐसा टैबलेट मिला है, जो मैपिंग के बाद दिया गया है। इससे टैबलेट का प्रयोग कोई दूसरा नहीं कर सकेगा। कार्यक्रम में चार राज्यस्तरीय मेधावियों के साथ ही 19 जिलास्तरीय मेधावियों को सम्मानित किया गया। जिसमें हाईस्कूल के 10 व इंटरमीडिएट के 13 मेधावी विद्यार्थी शामिल रहे। इन सभी को टैबलेट दिया गया। डीआईओएस राकेश कुमार ने बताया कि टैबलेट सिर्फ वही मेधावी प्रयोग कर सकेंगे, जिन्हें अलॉट किया गया है। ऐसी व्यवस्था की गई है। डीएम नेहा शर्मा (Neha Sharma) ने इसे अच्छी पहल बताया। कहा कि ये मैप्ड टैबलेट है। सरकार की पारदर्शिता और गुड गवर्नेंस के चलते इस बार ये निर्णय लिया गया है। पूर्व में आई शिकायतों के मद्देनजर ऐसा किया गया है।

इन छात्रों को किया गया सम्मानित

कार्यक्रम में हाईस्कूल की तृप्ति मिश्रा, प्रतिमा द्विवेदी, रचित शुक्ल तथा इंटरमीडिएट की अवंतिका सिंह को एक-एक लाख रुपये प्रोत्साहन राशि के साथ टैबलेट, प्रमाणपत्र और मेडल देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही मेधावी संदीप कुमार गोस्वामी, आरजू यादव, लक्ष्य सोनी, ऋषि यादव, सत्येंद्र जायसवाल, काजल गुप्ता, सौरभ गुप्ता, मुस्कान प्रजापति, शशांक शेखर मिश्र, बबिता शर्मा, आकांक्षा सिंह, शिवानी गोस्वामी, सदल मसऊद, किशन मिश्र, शिवानी यादव, कोमल, श्रीकृष्ण तिवारी, समीर तिवारी, आंचल यादव को 21-21 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि के साथ ही टैबलेट व प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से मेधावियों को मेडल, प्रमाणपत्र व तैयारी के लिए सामान्य ज्ञान की पुस्तकें देकर सम्मानित किया गया।

जिले में नौंवीं रैंक पाने वाले कौड़िया क्षेत्र के पैंड़ीबरा गांव निवासी शशांक शेखर मिश्रा कोटा में कोचिंग के चलते कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके। उनके स्थान पर पिता माताशरण मिश्रा ने डीएम से सम्मान ग्रहण किया। बेटी हर्षिता के साथ सभागार में पहुंचे माताशरण मिश्रा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वे पुलिस विभाग में वायरलेस दरोगा के पद पर बलरामपुर में तैनात हैं। कहते हैं पांच साल पहले 2018 में बेटी को भी इसी सभागार में सम्मान मिला था। तत्कालीन डीएम जेबी सिंह ने अपने हाथों से मेडल और प्रशस्ति-पत्र देकर हमारे परिवार का गौरव बढ़ाया था। उस साल बिटिया हर्षिता मिश्रा को जिले में सातवीं रैंक मिली थी। बेटी अब बीएड की छात्रा है।

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