प्रायगराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के झुकने के बाद भी प्रतियोगी छात्रों का प्रदर्शन (Students Protest) जारी है। बड़ी संख्या में छात्र आयोग के गेट के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्र हटने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि मांग पूरी होने के बाद ही वह यहां से जाएंगे।
दरअसल, प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि आरओ-एआरओ प्रारंभिक परीक्षा भी एक दिन में कराने की घोषणा की जाए, इसके बाद ही उनका आंदोलन (Students Protest) खत्म होगा। छात्रों का कहना है कि आरओ-एआरओ परीक्षा के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित करने का आश्वासन देकर आयोग प्रतियोगी छात्रों को बरगला नहीं सकता है।
दोनों परीक्षाओं को एक दिन एक शिफ्ट में कराने की मांग को लेकर आंदोलन (Students Protest) शुरू किया गया था। आयोग ने एक ही परीक्षा की मांग मानी है, जबकि आरओ एआरओ परीक्षा को एक दिन में कराने के लिए कोई फैसला नहीं किया है।
आयोग पर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी आरओ-एआरओ परीक्षा को भी एक दिन में कराने की मांग पर अड़े हैं। आयोग के सचिव ने कहा कि आरओ-एआरओ के लिए उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया जाएगा। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर परीक्षा कराने का निर्णय लिया जाएगा, लेकिन छात्र मानने के लिए तैयार नहीं हैं।
अधूरी जीत क्यों बता रहे हैं छात्र?
सरकार द्वारा मांग माने जाने के बावजूद प्रयागराज में छात्रों का प्रदर्शन (Students Protest) अभी भी जारी है। छात्रों का कहना है कि जब तक उनकी सभी मांगें नहीं मान ली जातीं, उनका धरना जारी रहेगा। प्रतियोगी छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन बीती रात भी चला है।
-दरअसल इस आंदोलन में दो परीक्षाओं के छात्र शामिल हैं। पीसीएस प्री और समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी, जिसे RO-ARO कहा जाता है।
-अब तक ये था कि पीसीए प्री परीक्षा 7 और 8 दिसंबर को दो-दो सत्रों में होगी। छात्रों ने आंदोलन किया तो अब ऐलान हुआ कि पहले की तरह वन डे वन शिफ्ट में पूरी होगी। यानी मांग पूरी हुई।
-समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी वाली परीक्षा जो 22 और 23 दिसंबर को कराने की बात थी। उसको अभी फिलहाल बस स्थगित किया गया है। लेकिन आगे के फैसले के लिए कमेटी बनी है।
-RO/ARO परीक्षा के बारे में कमेटी बनाने को कहा है, अब ये कैसी कमेटी होगी और एग्जाम एक पाली में होगा या नहीं अभी तक क्लियर नहीं हुआ है। अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार पहले क्लियर करे की RO/ARO एग्जाम कब होगा और कमेटी क्या डिसाइड करेगी?
-छात्रों ने RO और ARO परीक्षा स्थगित करने के फैसले का विरोध करते हुए कहा है कि आयोग इस परीक्षा का नोटिफिकेशन तुरंत जारी करे, तभी वे अपना प्रदर्शन समाप्त करेंगे।
छात्रों की चिंता की असली वजह
जिस परीक्षा के लिए आंदोलन (Students Protest) अब भी हो रहा है, वो है समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा। इनके पद कुल 411 हैं और 10 लाख 76 हजार अभ्यर्थी हैं। य़ानी एक पद के लिए 2618 युवाओं में कंपटीशन होगा। इतने कड़े मुकाबले के बीच 11 फरवरी 2024 को इसका पहले पेपर हुआ था। जो लीक हो गया। छात्रों ने पहले लीक पेपर के खिलाफ परीक्षा रद्द कराने का आंदोलन किया तो मार्च में परीक्षा जाकर रद्द हुई।
अब 22-23 दिसंबर की तारीख आई तो दो दिन में चार शिफ्ट का शिगूफा छेड़ दिया। फिर आंदोलन किया तो परीक्षआ स्थगित हुई लेकिन कमेटी के भरोसे जाकर एग्जाम छोड़ दिया गया। यही वजह है कि छात्र चाहते हैं कि मीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी वाली परीक्षा की भी नोटिफिकेशन तुरंत जारी हो।