गाजियाबाद। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में आगामी 2 दिन के दौरान एक अनोखा पुस्तक एक्सचेंज मेला लगने जा रहा है। इस एक्सचेंज मेले में जरूरतमंद छात्रों को पुस्तके मिल सकेगी और उनके माता-पिता का कोई पैसा भी खर्च नहीं होगा। छात्रों को जो पुस्तकें मिलेंगी वह एक्सचेंज नीति के तहत मिलेगी।
मेले का आयोजन करने वाली संस्था गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन का कहना है कि इस पुस्तक मेले से जहां आर्थिक रूप से जूझ रहे अभिभावकों को अपनी संतानों को पुस्तक खरीदने से मुक्ति मिल सकेगी, वही पर्यावरण पर भी अंकुश लगेगा।
कोरोना के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे अभिभावकों को मिलेगी राहत
सोसिएशन के महासचिव विवेक त्यागी ने शुकवार को बताया कि आजकल निजी स्कूलों की मनमर्जी पर सरकार भी अंकुश नहीं लगा पा रही है। जिस कारण वह अभिभावकों से अनाप-शनाप धन वसूली तो करते ही हैं। साथ ही हर साल कक्षाओं का कोर्स भी बदल देते हैं। जिस कारण अभिभावकों को अपने बच्चों के लिए हर साल नई किताबें खरीदनी पड़ती हैं।
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त्यागी ने बताया कि यह मेला शास्त्री नगर स्थित पूर्णिमा गार्डन में 3 व 4 अप्रैल को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक लगाया जाएगा। इस पुस्तक मेले में छात्रों को छात्रों की पुस्तकों का एक्सचेंज) कराया जाएगा। यदि किसी छात्र ने तीसरी कक्षा पास की है तो उसे चौथी कक्षा पास छात्र से पुस्तकें दिलवाई जाएगी और चौथी कक्षा पास करने वाले छात्र को पांचवी कक्षा पास करने वाले छात्र की पुस्तकें नि:शुल्क दिलवाई जाएंगी।
उन्होंने कहा कि इससे कोरोना के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रहे अभिभावकों को जहां पुस्तक खरीदने से राहत मिलेगी, वहीं पर्यावरण को भी लाभ होगा। क्योंकि हर साल पुस्तकें व कॉपी आदि तैयार करने में देश में करोड़ों पेड़ काटे जाते हैं। पुरानी पुस्तकों से ही काम चल जाएगा, इसलिए इनकी पेड़ों की अनावश्यक कटाई भी बचेगी और पर्यावरण को बेहतर करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों द्वारा की जा रही लूट से भी अभिभावकों को छुटकारा मिलेगा। इसके लिए संस्था विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार भी कर रही है।