• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

स्टडी में खुलासा, कोरोना मृत्यु दर को कम करने में प्लाज्मा थेरेपी कारगर नहीं

Desk by Desk
06/08/2020
in Main Slider, ख़ास खबर, नई दिल्ली, राष्ट्रीय
0
प्लाज्मा थेरेपी

स्टडी में खुलासा, कोरोना मृत्यु दर को कम करने में प्लाज्मा थेरेपी कारगर नहीं

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

नई दिल्ली। कोरोना वायरस से ठीक हो चुके मरीजों के प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना रोगियों का इलाज किए जाने से भी मृत्यु दर में कमी नहीं आ रही है। इलाज के इस तरीके के प्रभाव का आकलन करने के लिए एम्स में किए गए अंतरिम परीक्षण विश्लेषण में यह बात सामने आई है।

इस इलाज के तहत कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों के ब्लड से एंडीबॉडीज लिया जाता है और कोरोना वायरस से पीड़ित मरीज को चढ़ाया जाता है, ताकि उसकी रोग प्रतिरोधक प्रणाली को वायरस से लड़ने के लिए तुरंत मदद मिल सके।

कोविड-19 के मद्देनजर सभी जिलों में बनाये अस्थाई जेल : सीएम योगी

एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने गुरुवार को बताया कि कोरोना के एम्स के 30 मरीजों पर यह स्टडी की गई. लेकिन परीक्षण के दौरान प्लाज्मा थेरेपी का कोई ज्यादा फायदा नजर नहीं आया। उन्होंने कहा कि परीक्षण के दौरान एक समूह को मानक सहयोग उपचार के साथ प्लाज्मा थेरेपी दी गई जबकि दूसरे समूह का मानक इलाज किया गया। दोनों समूहों में मृत्यु दर एक समान रही और रोगियों की हालत में ज्यादा क्लीनिकल सुधार नहीं हुआ।

डॉ. गुलेरिया ने बताया, बहरहाल, यह केवल अंतरिम विश्लेषण है और हमें ज्यादा विस्तृत आकलन करने की जरूरत है कि किसी उप समूह को प्लाज्मा थेरेपी से फायदा होता है। उन्होंने कहा कि प्लाज्मा की भी सुरक्षा की जांच होनी चाहिए और इसमें पर्याप्त एंटीबॉडी होनी चाहिए जो कोविड-19 रोगियों के लिए उपयोगी हों। कोविड-19 पर बुधवार को तीसरे नेशनल क्लीनिकल ग्रैंड राउंड्स पर हुई परिचर्चा में प्लाज्मा थेरेपी का कोरोना वायरस से पीड़ित रोगियों पर होने वाले प्रभाव को लेकर चर्चा हुई।

वेबिनार में एम्स के मेडिसिन विभाग में अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. मोनीष सोनेजा ने कहा, प्लाज्मा सुरक्षित है। जहां तक इसके प्रभाव की बात है तो हमें अब भी हरी झंडी नहीं मिली है। इसलिए क्लीनिकल उपयोग उचित है और राष्ट्रीय दिशानिर्देशों के दायरे में है।

Tags: 24ghante online.comCorona vaccinecorona virusCOVID-19deaths from coronaincreased deaths from coronaplasma therapyrising cases of coronaकोरोना के बढ़ते केसकोरोना वायरसकोरोना वैक्सीनकोरोना से बढ़े मौतेंकोरोना से मौतेकोवि़ड-19प्लाज्मा थेरेपी
Previous Post

राम मंदिर पर पाकिस्तान के बयान पर भारत का जवाब- हमारे मामलों में दखल न दें

Next Post

राजस्थान : ASI के कोरोना संक्रमित मिलने से मचा थाने में हड़कंप

Desk

Desk

Related Posts

We will kill Ali Khamenei…Israel made the announcement
Main Slider

अब खामेनेई को मारेंगे…, अस्पताल पर हमले से बौखलाएं इजराइल ने किया ऐलान

19/06/2025
Main Slider

योगी सरकार की पुलिस ने आठ साल में 234 दुर्दांत अपराधियों को किया ढेर, मेरठ जोन अव्वल

19/06/2025
Dr Haridutt Nemi
Main Slider

DM Vs CMO Dispute: कानपुर सीएमओ सस्पेंड, विधानसभा अध्यक्ष की भी पैरवी काम नहीं आई

19/06/2025
क्राइम

मंत्री अशोक चौधरी के आवास के गेट पर युवक को मारी गोली, मचा हड़कंप

19/06/2025
CM Dhami
Main Slider

उत्तराखण्ड योग और ऋषि मुनियों की भूमि: मुख्यमंत्री

19/06/2025
Next Post
32 जिलों में कोविड संक्रमण के कोई केस नहीं

राजस्थान : ASI के कोरोना संक्रमित मिलने से मचा थाने में हड़कंप

यह भी पढ़ें

अलकायदा मॉड्यूलर गिरफ्तार

अलकायदा के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश, NIA की छापेमारी में 9 संदिग्ध गिरफ्तार

19/09/2020
Mission Shakti 5.0

योगी सरकार की अनूठी पहल, प्रदेश की 7500 छात्राएं बनेंगी एक दिन की अधिकारी

08/10/2024
fraud

विदेश भेजने के नाम परकरोड़ों रुपए की ठगी, चार लोगों के खिलाफ मुकदमा

06/03/2022
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version