देश में एक तरफ संक्रमण हैं तो दूसरी तरफ लाखों छात्रों को नीट और जेईई की परीक्षा देने का संकट। कोरोना के बीच नीट और जेईई की परीक्षाएं होने से देश में बवाल जारी है। इसी बीच भाजपा के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने छात्रों की तुलना द्रौपदी और मुख्यमंत्रियों की तुलना कृष्ण से की है और खुद को विदुर बताया है।
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दरअसल, विदुर ने कौरवों के दरबार में द्रौपदी के अपमान का विरोध किया था। सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा कि आज नीट और जेईई परीक्षा के मामले में, क्या छात्रों को द्रौपदी जैसे अपमानित किया जा रहा है? सीएम कृष्ण की भूमिका निभा सकते हैं। एक छात्र के रूप में और फिर 60 सालों तक प्रोफेसर के तौर पर मेरा अनुभव बताता है कि कुछ गलत होने वाला है। मुझे विदुर जैसा महसूस होता है।
In the NEET and JEE exam matter today, are students like Draupadi being disrobed? CMs can play the role of Krishna. All my experience as a student and then Professor for 60 years tells me something wrong has been scheduled. I feel like Vidura.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) August 28, 2020
इससे पहले सुब्रमण्यम स्वामी कह चुके हैं कि जब 11 राज्य नीट और जेईई की परीक्षा कराने का विरोध कर चुके हैं तो सुप्रीम कोर्ट जाने की जरुरत क्या है। उन्होंने कहा कि क्या राज्य के मुख्यमंत्रियों के पास कोई ताकत नहीं है। बता दें कि कुछ राज्य सरकारें सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने पर विचार कर रही हैं।
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इसके अलावा कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नीट और जेईई परीक्षा को लेकर सात गैर बीजेपी मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में यह फैसला लिया गया था कि नीट और जेईई परीक्षाओं के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। इन सातों राज्य के मुख्यमंत्रियों ने कहा था कि वो केंद्र के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे।