नई दिल्ली। भारत सरकार ने आज 2022 के पहले सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को सब्सक्रिप्शन के लिए जारी कर दिया। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का ये इश्यू इस साल का पहला और वित्त वर्ष 2021-22 का नौवां इश्यू है।
गोल्ड बॉन्ड को इस सप्ताह के सभी 5 कारोबारी दिनों में लिया जा सकेगा। यानी इस सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने के इच्छुक निवेशक आज से लेकर 14 जनवरी तक इसमें अपना पैसा लगा सकेंगे। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को भारत सरकार की ओर से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जारी किया है।
भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी में बताया गया है कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 2021-22 की इस नौवीं सीरीज के लिए पिछले सप्ताह के आखिरी 3 कारोबारी दिन के सोने के बंद भाव के आधार पर सोने का मूल्य 4,786 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है। मौजूदा वित्त वर्ष में इसके पहले आ चुकी सॉवरेन गोल्ड बांड की सभी आठ सीरीज की तरह ही इस बार भी भारत सरकार ने गोल्ड बॉन्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन करने और ऑनलाइन भुगतान करने वाले निवेशकों को प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट देने का ऐलान किया है।
यानी ऑनलाइन आवेदन और भुगतान करने वाले निवेशकों को इस गोल्ड बॉन्ड के लिए प्रति ग्राम 4,736 रुपये का ही भुगतान करना पड़ेगा। 2021-22 में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की आठवीं सीरीज और 2021 में आए आखिरी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए प्रति ग्राम 4,791 रुपये का इश्यू प्राइस तय किया गया था। इस तरह सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की पिछले सीरीज की तुलना में इस सीरीज में निवेशकों को प्रति ग्राम 5 रुपये कम भुगतान करना होगा।
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इस सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को बैंकों के अलावा स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), क्लीयरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (सीसीआईएल), डाकघरों और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज एवं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज जैसे मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज से लिया जा सकता है। हालांकि वित्त मंत्रालय की ओर से ये भी स्पष्ट किया गया है कि ये गोल्ड बॉन्ड स्मॉल फाइनेंस बैंक और पेमेंट बैंक से सब्सक्राइब नहीं किए जा सकेंगे।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड निवेशकों को सोना खरीदे बिना ही सोना में निवेश करने का मौका देता है। इसमें निवेश करने पर सोने को फिजिकल फॉर्म नहीं रखने की जरूरत नहीं होती है, बल्कि ये डिजिटल फॉर्म में होता है। इसलिए इसके चोरी होने या गुम होने का भी कोई खतरा नहीं होता। इसके साथ ही सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सरकारी प्रतिभूति के रूप में ब्याज का लाभ भी देता है। इसके अलावा परिपक्वता की अवधि पूरी होने पर उस समय के बाजार मूल्य के हिसाब से निवेशकों को उनके निवेश के एवज में राशि का भुगतान किया जाता है। इस बॉन्ड की परिपक्वता अवधि 8 वर्ष है। हालांकि 5 वर्ष पूरा होने के बाद भी निवेशक अपना पैसे निकाल सकता है। निवेश की गई अवधि के दौरान निवेशक को उसके निवेश की गई राशि पर 2.5 प्रतिशत की दर से भुगतान ब्याज का भुगतान किया जाता है। ये ब्याज निवेशक के खाते में हर छह महीने में क्रेडिट कर दिया जाता है।
सॉवरेन गोल्ड बांड के लिए आम निवेशक कम से कम 1 ग्राम और अधिक से अधिक 4 किलो तक के लिए आवेदन कर सकता है। वहीं ट्रस्ट और संस्थागत निवेशक 20 किलोग्राम तक निवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इस गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस तय करने के लिए सब्सक्रिप्शन शुरू होने के पहले सप्ताह के अंतिम तीन दिन कारोबारी दिनों के दौरान 999 शुद्धता वाले यानी 24 कैरेट सोने के बंद भाव की गणना की जाती है। इन तीन दिनों के बंद भाव के औसत के आधार पर गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस तय किया जाता है। इसी तरह सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की मैच्योरिटी पर भी निवेशकों को भुगतान करने के लिए इसी पद्धति का इस्तेमाल करके सोने का मूल्य तय किया जाता है।