देहरादून केंद्र ने बहुप्रतीक्षित 1,200 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनने वाली सौंग बांध परियोजना को पर्यावरणीय स्वीकृति दे दी है जिसके बनने से देहरादून शहर और उसके उपनगरीय क्षेत्रों की 2050 तक की संभावित आबादी को पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित हो जाएगी।
बांध परियोजना को पर्यावरणीय स्वीकृति देने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब इस महत्वपूर्ण परियोजना पर कार्य आरंभ हो सकेगा।
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इस परियोजना को राज्य सरकार की प्राथमिकता वाली योजनाओं में शामिल बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके बनने से देहरादून शहर व उसके उपनगरीय क्षेत्रों की 2050 तक की अनुमानित आबादी को ग्रैविटी आधारित पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी।
इसके अलावा, इससे ऊर्जा उत्पादन में भी मदद मिलेगी और सिंचाई के लिये पानी की उपलब्धता से कृषि उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा। लगभग 1200 करोड़ रुपये की इस परियोजना के लिये नीति आयोग से वित्तीय मदद का आग्रह किया गया है।
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सौंग बांध की झील लगभग 76 हेक्टेअर क्षेत्रफल में फैली होगी जबकि बांध की ऊंचाई करीब 148 मीटर होगी। इस बांध से ग्रैविटी आधारित (गुरुत्वाकर्षण आधारित) पेयजल की आपूर्ति होगी जिससे प्रतिवर्ष बिजली के व्यय पर होने वाले करोड़ों रुपये की बचत भी होगी।