काशी का महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर बुधवार को जलती चिताओं के ऊपर से अलौकिक आकृतियां देख हर कोई हतप्रभ है। ऐसा कहा गया है कि मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार जिसका होता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
वैसे भी विश्व में यह पहला ऐसा घाट है जहां चिताएं 24 घंटे जलाई जाती हैं। यहीं नहीं नगर वधुएं भी यहां चिता भस्म के साथ होली खेलती हैं।
बुधवार को आईएमएस बीएचयू के न्यूरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर वीएन मिश्रा ने यहां जलती चिताओं की दो तस्वीरों को अपने कैमरे में न केवल कैद किया बल्कि उन्होंने उसे ट्वीट भी किया है।
जब भी मैंने, @ghatwalk पर, मणिकर्णिका महातीर्थ के फ़ोटो लिए, तो कुछ ना कुछ अलग ही दिखा। ईश्वर ही जाने, अपनी माया। पहली फ़ोटो, पिछले वर्ष की है और दूसरी कल की। pic.twitter.com/dWQp1m0fSV
— Vijaya Nath Mishra (@DrVNMishraa) October 6, 2021
अपने ट्वीट में प्रो. मिश्र ने लिखा है कि जब भी मैने घाट वॉक पर मणिकर्णिका महातीर्थ के फोटो लिया तो कुछ ना कुछ अलग ही दिखा। उन्होंने एक तस्वीर पिछले साल की डाली है और दूसरी मंगलवार की खींची हुई है।