Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

बिटकॉइन स्कैम में घिरीं सुप्रिया सुले पहुंचीं चुनाव आयोग, IPS के आरोपों को बताया झूठा

Sharad Pawar-Supriya Sule

Sharad Pawar-Supriya Sule

मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव को लेकर पूरी ताकत झोंक दी। इस बीच मतदान से ठीक एक दिन पहले मंगलवार को पुणे के पूर्व आईपीएस अधिकारी रवींद्रनाथ पाटिल ने शरद पवार गुट की नेता और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule) और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के खिलाफ बड़ा आरोप लगाया। उनका कहना है कि दोनों नेताओं ने क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी में बिटकॉइन की हेराफेरी की। बिटकॉइन के बदले में मिले कैश का दोनों विधानसभा चुनाव में इस्तेमाल कर रहे हैं।

वहीं अब इन आरोपों पर सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule)  ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने गौरव मेहता और पुणे के पूर्व आईपीएस अधिकारी रवींद्रनाथ पाटिल के खिलाफ भारत के चुनाव आयोग में साइबर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की है। सुले के वकील ने पत्र में कहा है कि गौरव मेहता और रवींद्रनाथ पाटिल के खिलाफ फौरन साइबर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की जाए। उन्होंने कहा कि दोनों ही एनसीपी नेता सुप्रिया सुले (Supriya Sule) के खिलाफ झूठी जानकारी फैला रहे हैं।

पत्र में लिखा गया है कि ये सब डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल करके बदनाम करने के मकसद से किया गया है जबकि एक गंभीर अपराध है। ये आरोप न सिर्फ झूठे हैं, बल्कि इसके जरिए सुप्रिया सुले की छवि को खराब को खराब किया जा रही है उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। इसके आगे कहा गया है कि इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज की जाए और ऐसे लोगों के खिलाफ फौरन कार्रवाई की जाए।

मतदाताओं को गुमराह करने के लिए झूठी खबरें फैला रहे

वहीं अपने ऊपर लगे आरोपों पर सुप्रिया सुले ने सफाई देते हुए कहा कि मतदाताओं को गुमराह करने के लिए झूठी खबरें फैलाने के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा है कि राज्य में वोटिंग के कुछ घंटों पहले मतदाताओं को गुमराह करने के लिए झूठी सूचना फैलाने के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमने बिटकॉइन के दुरुपयोग के झूठे आरोपों के खिलाफ भारतीय निर्वाचन आयोग और साइबर अपराध विभाग में आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है। सुप्रिया सुले ने इसे झूठ और निंदनीय करार दिया है।

Exit mobile version