साल 2025 में पितृ पक्ष के अंतिम दिन सर्वपितृ अमावस्या है। यह पितृपक्ष का समापन दिवस है। इस दिन साल का आखिरी ग्रहण लगने वाला है। साल का अंतिम ग्रहण सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) होगा।
सर्वपितृ अमावस्या के दिन लगने वाला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) भारत में दिखाई नहीं देगा। भारत के समयानुसार यह ग्रहण रात के 11 बजे लगेगा, इसका सूतक काल 12 घंटे पहले लग जाएगा, यानी सुबह 11 बजे से सूतक काल प्रारंभ हो जाएगा।
ग्रहण का सूतक काल भी भारत में मान्य नहीं होगा, क्योंकि यह ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा। इस कारण, जो लोग सर्वपितृ अमावस्या के दिन श्राद्ध कर्म करेंगे, उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।
सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) के दिन क्या करें?
– सूर्य ग्रहण के दिन दान-पुण्य अवश्य करें, इसे श्रेष्ठ माना गया है।
– वे चीज़ें दान करें जो आपके पूर्वजों को प्रिय रही हों।
– श्रद्धा भाव से अपने पूर्वजों का स्मरण करें।
