नई दिल्ली। सुशांत सिंह राजपूत का केस भले सीबीआई को ट्रांसफर हो गया है। इसके बाद भी लोग बिहार पुलिस की इस केस में जांच की अपनाई गई शैली की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। जिस तरह से मुंबई पुलिस की सपोर्ट के बिना बिहार पुलिस ने इस केस में तेजी दिखाई उससे बिहार पुलिस ने लोगों को दिल जीत लिया है।
इस मामले की खुद बिहार पुलिस के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने खुद सामने आकर इसकी जानकारी दे रहे थे वह भी काबिल-ए-तारीफ था।
अब बिहार पुलिस ने किया खुलासा
बिहार पुलिस के जांच के लिए मुंबई भेजी गई एक टीम के एक अधिकारी ने इस केस में पुलिस के संघर्ष के बारे में बताया है। उन्होंने कहा कि जिन चार लोगों को मुंबई भेजा गया था उनमें मैं (कैसर यासिन) भी शामिल था। उन्होंने बताया है कि हमें इस केस में सबूत इकट्ठा करने के लिए ज्योतिष बनना पड़ा था। हमारे सभी अधिकारी मुंबई की सड़कों पर ज्योतिष बनकर घूम रहे थे।
मुंबई पुलिस नहीं कर रही थी सपोर्ट
वह बताते हैं कि 28 जुलाई को मुंबई पहुंचने के बाद हमें महसूस हुआ कि लोकल पुलिस हमें कोई सपोर्ट नहीं कर रही है। इसलिए हमने ज्योतिष के कपड़े पहन कर बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखा। सुशांत केस से जुड़े कई लोगों से बात की।
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वह बताते हैं कि मुंबई पुलिस हमारी लोकेशन जानने की पूरी कोशिश कर रही थी, मगर वह इसमें कामयाब नहीं हो सके। वह कहते हैं कि हमने अपने पटना के साथियों के साथ मिलकर अपनी लोकेशन ट्रेस नहीं होने दिया। मुंबई पुलिस को खुली चुनौती दी कि वह हमें खोजें और क्वारंटाइन कर दें।
मुंबई पुलिस रिया चक्रवर्ती को बचा रही थी
वहीं इसके अलावा बिहार पुलिस ने आरोप लगाया है कि मुंबई पुलिस ने रिया चक्रवर्ती को शरण दे रखी है। जिसके बाद हम उन्हें नहीं ढूंढ सके। वह अपने बांद्रा में ही कहीं छुपी हुई थी। और मुंबई पुलिस उन्हें अपना संरक्षण दे रही थी।