नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत केस पर सुनवाई हुई। इस दौरान एक्टर के पिता के के सिंह ने कहा कि किसी ने भी उनके बेटे को फांसी से लटकते नहीं देखा। इसलिए मामले की जांच होनी जरूरी है।
के के सिंह ने आगे कहा कि मेरा बेटा नहीं रहा। जो मेरी चिता को आग दे सके। वकील विकास सिंह ने जस्टिस ऋषिकेश रॉय की बेंच में के के सिंह की तरफ से कहा कि मैं पटना से हूं। मेरी चिता को कौन आग देगा? मेरा बेटा तो रहा नहीं। किसी ने भी मेरे बेटे को फांसी से लटकते नहीं देखा। जब मेरी बेटी पहुंची तो सुशांत बेड पर लेटा था। इस मामले की जांच होनी चाहिए।
एफआईआर करने में 38 दिन कैसे लग गए, इस सवाल के पूछे जाने पर के के सिंह के वकील विकास सिंह ने कहा कि जैसे ही बेटा का शोक शांत हुआ, पटना में के के सिंह ने FIR दर्ज कराई। विकास सिंह आगे सुप्रीम कोर्ट को बताते हैं कि पिता और बहन को सुशांत से अलग कर दिया गया था।
रिया चक्रवर्ती ने जवाब नहीं दिया जब सुशांत के पिता ने अपने बेटे से बात करनी चाही। दिवंगत एक्टर के गले पर जो निशान है वह किसी फंदे का नहीं बल्कि बेल्ट का है। अगर एक्टर का मर्डर हुआ है तो मामले की जांच होनी चाहिए।
आपको बता दें कि रिया चक्रवर्ती ने अर्जी डाली है कि बिहार से केस को मुंबई में ट्रांसफर कर दिया जाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती के वकील से पूछा कि वे क्यों इस मामले की जांच को सीबीआई से नहीं करवाने को कह रहे हैं।
टाइम्स नाऊ के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पहले आपने सीबीआई जांच के लिए कहा था। अब सीबीआई को इस मामले की जांच क्यों नहीं करनी चाहिए? इस बीच, इसका जवाब देते हुए कि अदालत में एक्ट्रेस का प्रतिनिधित्व कर रहे श्याम दीवान ने कहा कि उन्हें सीबीआई जांच के कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन जिस तरीके से यह मामला सीबीआई को सौंपा गया, वे उसका विरोध कर रहे हैं। अगली सुनवाई 13 अगस्त को होगी।