लखनऊ। यूपी को स्वच्छ (Swachh) और स्वस्थ (Health) बनाने की परिकल्पना को राज्य सरकार नई उड़ान देने जा रही है। इसके लिए प्रदेश को खुले में शौच से पूरी तरह मुक्ति दिलाने की योजना को युद्ध स्तर पर पूरा कराया जा रहा है। राज्य की सत्ता दूसरी बार संभालने वाले सीएम योगी (CM Yogi) ने हर गांव-हर गरीब तक योजना का लाभ पहुंचाने की मुहिम को और तेज किया है।
1494 समुदायिक शौचालय निर्माण की बना रही योजना
उनके आह्वान पर प्रत्येक गांव में सामुदायिक शौचालय और इज्जतघर के निर्माण का बड़ा लक्ष्य लिया गया है। इसको पूरा करने के लिए 100 दिनों में गांवों में 1494 सामुदायिक शौचालय और 2.41 लाख इज्जतघर बनाए जाने की कार्ययोजना तैयार की जा रही है। स्वच्छ भारत मिशन (Swachh Bharat Mission) के सपने को साकार करने में पंचायती राज विभाग महती भूमिका निभा रहा है।
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हर गांव और हर गरीब को सामुदायिक शौचालय और महिलाओं को इज्जतघर की सुविधा दिये जाने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। गांवों को साफ-सुधरा बनाने के अभियान में शामिल घर-घर शौचालय बनाने की राज्य सरकार की योजना का पिछले 05 सालों में खूब असर हुआ है।
इज्जतघर की सौगात मिलने से गांव में लोगों का जीवन बदला
इज्जतघर की सौगात मिलने से गांव में लोगों का जीवन बदला है। खासकर महिलाओं को बड़ी राहत मिली है। रात के अंधेरे में घर से निकलने की मजबूरी को इस योजना ने पूरी तरह से समाप्त कर दिया है। जिन गांव में सरकार की योजना का लाभ पहुंच चुका है वहां महिलाओं के मन से असुरक्षा की भावना गायब हो चुकी है। गांव के लोगों पर बीमारियों का खतरा भी कम हुआ है।
गौरतलब है कि सरकार ने अपने पिछले 05 साल के कार्यकाल में प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त कर दिया है। 2.18 करोड़ व्यक्तिगत शौचालयों के निर्माण की बड़ी उपलब्धि हासिल की है। प्रति ग्राम पंचायत में न्यूनतम एक सामुदायिक शौचालय को बनाने का लक्ष्य पूरा किया जा रहा है। योजना के तहत 58189 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया जाना है।