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नशा नहीं मिला तो निगल लिया 20 सेमी लंबा चाकू, डॉक्टरों ने 3 घंटे सर्जरी के बाद लीवर से निकाला

20 सेमी लंबा चाकू

नशा नहीं मिला तो निगल लिया 20 सेमी लंबा चाकू, डॉक्टरों ने 3 घंटे सर्जरी के बाद लीवर से निकाला

नई दिल्ली। नशे की लत इंसान से क्या-क्या करवा सकती है इसकी मिसाल उस वक्त देखने को मिली, जब दिल्ली के एम्स  अस्पताल में डॉक्टरों ने एक शख्स के पेट से चाकू निकाला।

लॉकडाउन  में नशे का सामान नहीं मिला तो एक शख्स चाकू ही निगल गया। हैरानी की बात तो ये है कि पानी के साथ 20 सेमी का चाकू गटकने के बाद भी ये आदमी डेढ़ से दो महीने तक चुप रहा, किसी को कुछ नहीं बताया। लेकिन जब उसे पेट में दर्द और बुखार हुआ तो इलाज के लिए पहुंचा। टेस्ट करवाए गए तो पता चला कि पेट के अंदर चाकू है। फौरन‌‌ इस मरीज को एम्स रेफर किया गया, जहां पर डॉक्टरों की टीम ने लीवर में फंसे धारदार चाकू को सर्जरी कर निकालने में कामयाबी हासिल की।

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लेकिन पेट के अंदर इतने बड़े चाकू से डॉक्टर भी हैरान रह गए कि आखिर इसे कैसे निगल गया। एम्स के डॉक्टर का कहना है कि नशे के शिकार लोगों पर उनके आसपास के लोगों को खास ध्यान देने की जरूरत है, अगर उनमें कुछ बदलाव दिखे तो तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं।

मानसिक बीमारी का शिकार है युवक

हरियाणा के पलवल का 28 साल का युवक नशे की लत का शिकार था। उसे कई सालों से नशे की लत थी और इसकी वजह से उसे साइकोसिस हो चुका था। लेकिन उसने इसका इलाज नहीं कराया। साइकोसिस के शिकार मरीज अक्सर चम्मच और पिन निगल लेते हैं। लेकिन चाकू निगलने की घटना हैरान करने वाली है।

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इस सर्जरी को करना डॉक्टर्स के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था। मरीज सर्जरी को झेल पाने के लायक नहीं था। साथ ही कोरोना के संक्रमण काल को देखते हुए सर्जरी करने से पहले ही ये सुनिश्चित किया गया कि कहीं मरीज को कोरोना तो नहीं है इसीलिए सबसे पहले उसकी कोविड की जांच कराई गई। रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही आगे का प्लान तैयार किया गया। लीवर में पस बन रहा था, रोज 100 एमएल पस निकल रहा था।

चाकू निकालने में लगे तीन घंटे

चार पांच दिनों तक पस निकाला गया. छाती में पानी जमा हो गया था, उसे ट्यूब के जरिए निकाला गया। पेट के अंदर ब्लीडिंग हुई थी तो उसके शरीर में ब्लड की कमी थी, तीन यूनिट ब्लड चढ़ाया गया और हाई डोज एंटीबॉयोटिक दी गई। 7 दिनों बाद वो सर्जरी के लायक हुआ। इस दौरान उसकी सायकिएट्री से काउंसलिंग भी कराई गई। इस मरीज के पेट को चीरकर चाकू निकाला गया, इसे निकालने में लगभग तीन घंटे लगे। अब मरीज में सुधार है, लेकिन उसे अभी भी ऑब्जर्वेशन में रखा गया है और लगातार काउंसलिंग की जा रही है।

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