लखनऊ। राजधानी के लुलु मॉल में नमाज पढ़ने के बाद शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को मॉल के शद्धीकरण के लिए अयोध्या की तपसी छावनी के महंत स्वामी आचार्य परमहंस दास (Swami Paramhansa Das) पहुंचे। पुलिस द्वारा रोके जाने पर उनका पुलिस से विवाद हो गया। उन्होंने पुलिस पर भगवा के अपमान का आरोप भी लगाया है। हालांकि परमहंस दास को पुलिस ने फिलहाल हिरासत में ले लिया है। वहीं दूसरी ओर लुलु मॉलन में नमाज पढ़ने वाले नौ में से चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शेष पांच की तलाश जारी है।
स्वामी आचार्य परमहंस दास (Swami Paramhansa Das) ने कहा कि वह नमाज वाली जगह के शुद्धीकरण करने आए हैं। पुलिस के रोकने पर विरोध भी जताया। कहा कि हमने भगवा पहना हुआ है इसलिए रोका जा रहा है। परमहंस ने कहा कि वह लोग नमाज पढ़ने जाते हैं तो जाने दिया जाता है, लेकिन हमें रोका जा रहा है। मैं अकेले आया हूं फिर भी मुझे नहीं जाने दिया जा रहा है। आप यहां पर ताला लगा दो ताकि कोई नहीं जाए। वहां पर विवाद बढ़ता देख पुलिस परमहंस को अपने साथ लेकर गई।
उत्तर भारत के सबसे बड़े मॉल में शुमार लखनऊ के लुलु का उद्घाटन पिछले दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया था। उद्घाटन के बाद बकरीद पर यहां कुछ लोगों ने नमाज पढ़ी थी। नमाज का वीडियो वायरल होते ही हंगामा शुरू हो गया था। मॉल प्रबंधन ने नमाज से पल्ला झाड़ लिया था। सीएम योगी की सख्ती के बाद मंगलवार की सुबह ही नमाज पढ़ने वाले चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
लुलु मॉल में नमाज पढ़ने वाले नौ में से चार युवकों को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। चारों ने नमाज पढ़ने की बात कुबूलने के साथ किसी संगठन से जुड़े होने से इनकार किया है। उधर, मुख्यमंत्री योगी ने लुलु मॉल के घटनाक्रम पर कहा कि कुछ लोग जनता के आवागमन को रोकने के लिए अनावश्यक रूप से टिप्पणी और प्रदर्शन कर रहे हैं। लखनऊ प्रशासन को इस पर मामले पर पूरी गंभीरता दिखानी चाहिए और ऐसे लोगों से सख्ती से निपटना चाहिए।
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एडीसीपी दक्षिण राजेश कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक लुलु मॉल में 12 जुलाई को कुछ युवकों के नमाज पढ़ने का वीडियो अगले दिन वायरल हुआ था। विवाद बढ़ने लगा तो मॉल के जनसंपर्क अधिकारी सिब्तैन हुसैन ने सुशांत गोल्फ सिटी थाने में तहरीर दी, जिस पर मुकदमा दर्ज किया गया। सीसीटीवी फुटेज से नौ युवक चिह्नित किए गए। इंस्पेक्टर सुशांत गोल्फ सिटी शैलेंद्र गिरि की टीम ने सोमवार देर रात दबिश देकर इनमें से मो. रेहान, आतिफ खान, लुकमान व नोमान को खुर्रमनगर से पकड़ा। ये सभी खुर्रमनगर के अबरारनगर में रहते हैं। इनमें से सगे भाई लुकमान व नोमान मूल रूप से सीतापुर के मंगोलपुर गांव के हैं। वहीं, रेहान मूल रूप से लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी का है। चारों को देर शाम कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने कहा कि जब मॉल पहुंचे तो नमाज का समय हो गया था।
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ऐसे में खाली स्थान देखकर नमाज पढ़ ली। यह भी कहा कि हमने सही दिशा में नमाज पढ़ी थी। वहां एक और व्यक्ति नमाज पढ़ रहा था, जो दूसरी दिशा का रुख किए था। उससे हमारा ताल्लुक नहीं है। चारों ने यह भी कहा कि हमने आठ से नौ मिनट में नमाज खत्म कर दी थी। इस दौरान किसने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया, नहीं मालूम। चारों ने यह भी बताया कि भूतल और प्रथम तल पर सुरक्षाकर्मियों ने नमाज पढ़ने से रोका था। चार में से दो युवक मदरसे में हाफिज की पढ़ाई करते हैं। एक युवक मदरसे में पढ़ने के साथ छोटी कक्षा में बच्चों को पढ़ाता भी है। आरोपियों ने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि मॉल में नमाज पढ़ने पर इतना बड़ा विवाद खड़ा हो जाएगा। इनके साथ आए पांच अन्य युवकों की तलाश जारी है।
जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार और संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था पीयूष मोर्डिया दोपहर चार बजे लुलु मॉल पहुंचे और सुरक्षाकर्मियों से बातचीत की। इसके बाद ड्रोन से दोनों गेटों की सुरक्षा व्यवस्था जांची गई। बिना जांच के किसी को अंदर जाने पर रोक लगा दी गई है।