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यूपीएससी में 17वीं रैंक पर आई स्वाति शर्मा बोली- हर परेशानी में हमेशा मां का साथ मिला

यूपीएससी स्वाति शर्मा

यूपीएससी स्वाति शर्मा

नई दिल्ली| मुझे बिल्कुल यकीन नहीं था कि मैं ऑल इंडिया में रैंक पाऊंगी। दिल्ली निवासी स्वाति शर्मा जब यह कह रही तो उनकी आंखों से खुशी और भावुकता एक साथ झलक रही थी।

स्वाति शर्मा ने इस साल संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में ऑल इंडिया 17वीं रैंक अर्जित की है। स्वाति डीयू के श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. साधना शर्मा की बेटी हैं। स्वाति का चयन विगत वर्ष इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट सर्विस में हुआ था। तब उनका रैंक 274 था।

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डीयू के जीजस एंड मेरी कॉलेज से स्नातक और जेएनयू से इंटरनेशनल इकोनोमिक्स में परास्नातक करने वाली स्वाति को बिल्कुल विश्वास नहीं था कि उनकी रैंक इस बार 17वीं होगी। वह बताती हैं कि मैंने केवल फॉरेन सर्विस भरा था और मुझे यकीन नहीं था कि मैं सफल हो जाऊंगी। मुझे लगा था कि लिस्ट में मेरा नाम भी नहीं आएगा।

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स्वाति बताती हैं कि शुरू से ही मेरा रुझान अंतराष्ट्रीय राजनीति और डिप्लोमेट वर्ल्ड के तौर तरीकों पर था, इसलिए मैंने इसे चुना था। उन्होंने बताया कि मेरे ऊपर कभी सिविल सर्विसेज में जाने का कोई दबाव नहीं था। मैंने तो कुछ समय डीयू में पढ़ाया भी था। मां ने कहा कि पढ़ाना है तो पढ़ाओ और पीएचडी करना चाहती हो तो वह भी करो। मेरी हर परेशानी और सफलता में मां हमेशा मेरे साथ रही। मैं परिवार के अलावा विशेष रूप से मां को इसका श्रेय देना चाहती हूं। कोचिंग से लेकर तनाव के क्षण तक मेरी मां हमेशा साथ थी। मां से मैंने बहुत कुछ सीखा और उनको बेहतर करते देखा। मां से ही मुझे सिविल सेवा में जाने की प्रेरणा मिली। किताबें पढ़ने और संगीत की शौकीन स्वाति बताती हैं कि जो लोग इस क्षेत्र में आना चाहते हैं उनके लिए धैर्य रखना और मेहनत करना आवश्यक है।

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