आगरा। ताजनगरी के हाथी घाट के पास यमुना नदी में रविवार सुबह सफेद-काले धुंआ के बादलों में ताजमहल (Taj Mahal) छिप गया। स्ट्रेची ब्रिज से ताजमहल (Taj Mahal) नहीं दिखा। दरअसल यमुना नदी के तल पर पड़े कचरे व झाड़ियों में किसी अज्ञात ने आग लगा दी, जिससे इलाके में धूंआ हवा में भर गया। यमुना में प्रदूषण का निस्तारण आग लगाकर करने के मामले पूर्व में भी आ चुके हैं।
तीन दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने यमुना सिल्ट सफाई तत्काल कराने के निर्देश देते हुए राज्य सरकार को नोटिस जारी किए थे। विस्तृत कार्य योजना मांगी गई है।
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उधर, यमुना में गिरते सीवर के नालों की रोकथाम नहीं होने पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने दो दिन पहले ही नगर निगम पर 58 करोड़ रुपए से अधिक धनराशि का जुर्माना लगाया गया था, लेकिन यमुना की सिल्ट ड्रेजिंग तो दूर कचरे की सफाई तक नहीं हो पा रही है।