बरसात के इस सुहावने मौसम में सभी के मन को ख़ुशी मिलती हैं और सभी इसका भरपूर मजा लेना पसंद करते हैं। लेकिन इसी के साथ ही इस मौसम (Rainy Days) में घर की देखभाल करना भी बहुत जरूरी हो जाता हैं क्योंकि सीलन और नमी का खतरा बना रहता हैं। बरसात के दिनों में आई नमी घर में पड़े सामान को बर्बाद कर सकती हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि पूरे घर की अच्छे से देखभाल की जाए। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसे टिप्स लेकर आए हैं जो बरसात के दिनों (Rainy Days) में आपके बड़े काम आएँगे। तो आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में।
कीमती गहने
सोने, चांदी व अन्य धातु के गहनों को नमी से बचाने के लिए उन्हें रूई में लपेटकर ही रखें। मॉनसून में चांदी के गहने अक्सर काले पड़ जाते हैं। उनकी चमक बनाए रखने के लिए बटर पेपर का इस्तेमाल करें।
पर्दे और कालीन
बारिश के मौसम (Rainy Days) में कालीन का इस्तेमाल न करें। उन्हें उठाकर अलमारी में रख दें। अगर आप फिर भी कालीन का इस्तेमाल करना चाह रही हैं तो उन पर गीले पांव न आने दें। उसे सूखा रखने की पूरी कोशिश करें। अगर आपकी कालीन पर धूल-मिट्टी लग जाए तो उसे ब्रश से अच्छे से झाड़ें। पर्दों को मोड़कर डोरी से बांध दें। पर्दे अगर भीग जाएं तो उनमें से तेज़ बदबू आ सकती है। ऐसे में उन्हें धोकर व धूप में सुखाकर ही दोबारा इस्तेमाल करें। धूप निकलने पर पर्दे, कालीन और रग को बाहर ज़रूर सुखाएं।
फर्नीचर
बारिश के दिनों (Rainy Days) में लकड़ी पर दीमक का लगना आम है। इसलिए हर हफ्ते इसे मिट्टी के तेल से साफ करती रहें। इसके साथ ही कोशिश करें कि फर्नीचर में इस्तेमाल की गई लकड़ी दीमक रोधी ही हो। अगर आप कुछ दिनों के लिए घर से बाहर जा रही हैं तो फर्नीचर को प्लास्टिक के कवर से ढ़क दें, ताकि उनमें नमी न लगे। फर्नीचर को साफ रखना भी बेहद ज़रूरी है। नमी से उनकी सुरक्षा करने के लिए आप ग्लिसरीन और मिट्टी के तेल का इस्तेमाल कर सकती हैं। अगर लकड़ी पानी से फूल गई है तो उस पर एसिटोन का इस्तेमाल करें। यह पानी जल्दी सोख लेता है। लकड़ी की चीज़ों को पोंछने के लिए सूखे कपड़े का ही प्रयोग करें।
कपड़े और अलमारी
धूप न निकलने के कारण इस मौसम में कपड़े अच्छे से सूख नहीं पाते हैं जिसके चलते उनमें एक अजीब तरह की बदबू आने लगती है। अपनी अलमारी को नमी व बदबू से बचाने के लिए उसमें कपूर की गोलियां रखें, ये नमी सोखती है। इसके साथ ही कपड़े तभी अलमारी में रखें, जब वह पूरी तरह सूख गए हों।
जूते-चप्पल की रैक
समय-समय पर जूते-चप्पलों की अलमारी की सफाई करते रहें। जूते-चप्पल बड़ी मात्रा में नमी सोखते हैं और इन्हें गीला पहनने पर पैरों में संक्रमण होने का ख़तरा रहता है। रैक में कम पॉवर का बल्ब लगाएं, ताकि उससे निकलने वाली गर्मी जूते-चप्पलों से नमी सोखती रहे।