हिंदू धर्म में नवरात्रि (Navratri) का समय बेहद पावन और शुभ माना जाता है। मां दुर्गा की साधना और आराधना करने से हर तरह की बाधा और संकट दूर होते हैं। ऐसा माना जाता है कि जो भी व्यक्ति सच्चे मन से नवरात्रि (Navratri) में मां की भक्ति करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
28 सितंबर 2025 को इसका शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) का सातवां दिन होगा, जिस दिन मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की पूजा की जाएगी। वैसे सातवें दिन मां कालरात्रि की आराधना की जाती है लेकिन इस बार नवरात्रि में एक तिथि दो दिन पड़ने के कारण 28 सितंबर को सातवां व्रत रखा जाएगा।
अगर आपके विवाह में अड़चनें या देरी आ रही है तो 28 सितंबर का दिन बेहद खास हो सकता है। इस दिन किए गए उपाय से शादी में हो रही रुकावटें दूर हो सकती हैं और शीघ्र विवाह के योग बन सकते हैं।
उपाय की विधि
– 28 सितंबर को प्रातः स्नान आदि करके साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें।
– घर के मंदिर या पूजा स्थल पर मां कात्यायनी की मूर्ति स्थापित करें।
– उन्हें पीले फूल, पीली चूड़ियां, हल्दी और केसर अर्पित करें।
– अब मां दुर्गा को शुद्ध घी का दीपक जलाएं और धूप-दीप से आरती करें।
– विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए यह मंत्र कम से कम 108 बार जपें “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे नमः।”
– पूजा के बाद कन्याओं को खीर या हलवा खिलाएं और उन्हें उपहार दें।
– मां दुर्गा को सात लाल या पीले फूल चढ़ा सकते हैं, एक पीले कपड़े में थोड़ा सिंदूर और कुछ सुपारी बांधकर देवी को अर्पित कर सकते हैं।
मान्यता
– मान्यता है कि नवरात्रि (Navratri) के इस दिन विशेष पूजन और उपाय करने से देव बाधाएं समाप्त होती हैं और शीघ्र विवाह के योग बनते हैं।
– जो भी अविवाहित कन्या या युवक विवाह में देरी का सामना कर रहे हैं, उन्हें यह उपाय विशेष रूप से लाभकारी माना गया है।
– मां कात्यायनी की कृपा से गृहस्थ जीवन में सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।