अगर आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से होम लोन (Home Loan) का प्लान बना रहे हैं तो आपका इस बैंक से लोन लेना महंगा पड़ सकता है क्योंकि एसबीआई से होम लोन लेने पर आपको ज्यादा ईएमआई चुकानी पड़ सकती है. जिसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा. 1 जून 2023 से होम लोन थोड़ा महंगा हो गया है. एसबीआई ने अपने होम लोन EBLR Rate 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ा दिया है. एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट बढ़ने से होम लोन पर EBLR Rate 7.05% हो गया है. जबकि RLLR 6.65\R% प्लस CRP रहेगा. एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक, बढ़ी हुई दरें 1 जून 2022 से प्रभावी होंगी.
अगर आप आज से SBI से होम लोन (Home Loan) लेने जा रहे हैं तो सबसे पहले होम लोन के बारे में पूरी जानकारी कर लें. इसके साथ ही ये भी पता कर लें कि आपको क्या-क्या डॉक्युमेंट जमा करने होंगे. बता दें कि लोन लेने से पहले ग्राहक सबसे पहले अपना सिबिल स्कोर जरूर चेक कर लें. क्योंकि आपका सिबिल स्कोर खराब होने के कारण आपको बैंक की ओर से लोन नहीं दिया जाएगा और आपको बैंक से खाली हाथ वापस लौटना पड़ सकता है.
होम लोन (Home Loan) का इंटरेस्ट रेट 8.50% से सालाना के आधार पर शुरू होती हैं. SBI होम लोन ग्राहकों को दिए जाने वाले कर्ज के प्रकार और क्रेडिट स्कोर के आधार पर होम लोन की ब्याज दरें प्रदान करता है. बैंक ने लोन राशि, एलटीवी अनुपात, जॉब प्रोफाइल, एम्प्लॉयर की प्रोफाइल, मासिक आय आदि के आधार पर ब्याज दर अंतर निर्दिष्ट नहीं किया है. हालांकि, ऋणदाता अपने ग्राहकों के लिए होम लोन की ब्याज दरें निर्धारित करते समय इन कारकों पर विचार कर सकते हैं.
सिबिल स्कोर
SBI की वेबसाइट के अनुसार, SBI किसी भी होम लोन के आवेदन को मंजूरी देने से पहले ग्राहकों के साथ-साथ उनके घर के सदस्य (यदि कोई हो) के क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करता है. हालांकि, एसबीआई ने होम लोन मंजूरी के लिए आवश्यक कोई न्यूनतम सिबिल स्कोर तय नहीं किया है, जितना अधिक आपका सिबिल स्कोर होगा, उतने ही जल्दी आपको लोन मिलने की संभावना बेहतर होगी.
आज से बदल गए ये जरूरी नियम, आपकी जेब पर पड़ेगा सीधा असर
ऐसा इसलिए है क्योंकि एक हाई क्रेडिट स्कोर (750+) या 900 के करीब होने का मतलब है कि आवेदक के पास लोन या क्रेडिट कार्ड ईएमआई का समय पर रिपेमेंट करने का एक अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड है.
इस बात का रखें विशेष ध्यान
होम लोन के मामले में, यदि ग्राहक लोन चुकौती में चूक करता है, तो उसके गारंटर पूरी तरह से समय पर लोन चुकाने के लिए जिम्मेदार होते हैं. किसी भी भुगतान न करने या लोन की ईएमआई में देरी के कारण दोनों आवेदकों का क्रेडिट स्कोर समान रूप से प्रभावित होता है. इसलिए, सुनिश्चित करें कि एसबीआई होम लोन के लिए आवेदन करने से पहले दोनों आवेदकों का संयुक्त क्रेडिट स्कोर योग्यता मानदंडों को पूरा करता है. यदि क्रेडिट स्कोर कम है, तो लोन मंजूरी की संभावना बढ़ाने के लिए सुधार करने का प्रयास करें.