लखनऊ। नगर निगम कार्यकारिणी समिति की सामान्य बैठक कोरोना संक्रमण से सदस्यों की सुरक्षा को देखते हुए महापौर संयुक्ता भाटिया की अध्यक्षता में ऑनलाइन गूगल मीट पर सम्पन्न हुई।
राष्ट्रगान के बाद महापौर संयुक्ता भाटिया ने नगर निगम के पूर्व सभासद और वर्तमान में मध्य प्रदेश के राजपाल रहे श्रद्धेय लालजी टंडन को याद करते हुए एवं श्रद्धा सुमन अर्पित किए। श्रद्धेय लालजी टंडन जी ने सभासद से लेकर मंत्री, सांसद सहित राज्यपाल के पद की गरिमा बढ़ाई और हमारे लखनऊ के नाम को रोशन किया।
मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन की अस्थियां संगम में विसर्जित
टंडन जी और लखनऊ दोनों ही एक दूसरे के बिना अधूरे है। महापौर ने उनके नगर विकास मंत्री रहते हुए किये गए कार्यों को याद करते हुए कहा कि लखनऊ में आज जो समुचित विकास दिखाई देता है उसकी नीव अटल जी के साथ लाल जी टण्डन जी ने ही रखी थी। महापौर ने कहा कि टण्डन जी ने सड़कों को बनवाया, तालाबों का सौन्दर्यकरण कराया और चौराहों को सुव्यवस्थित कराया। पूरे प्रदेश में सीवर लाइने डलवाकर हाथ से मैला उठाने की परिपाटी पर विराम लगाया। शहर की गंदगी को दूर करने के लिए कॉलोनियों व मोहल्ले से डेरियों को बाहर कराया।
गरीबों को 5 से 15 रुपये प्रतिदिन के भुगतान पर मकान देना का साहसिक कार्य भी श्रद्धेय टंडन जी ने किया था। महापौर ने आगे कहा कि उनके द्वारा किये गए कार्य हम सब के लिए प्रेरणादायीं है और हमे उनके दिखाए मार्ग पर चलकर लखनऊ वासियों और टंडन जी के सपनो का लखनऊ बनाना है।
महापौर ने टंडन जी के निधन पर शोक व्यक्त किया और कार्यकारिणी समिति के साथ 2 मीनट का मौन रखा। महापौर संयुक्ता भाटिया ने लाल जी टंडन को श्रद्धांजलि और श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए लखनऊ के प्रमुख चौक चौराहे का नाम लालजी टंडन चौक और हरदोई से चौक चौराहे तक सड़क का नाम लाल जी टण्डन मार्ग रखने का प्रस्ताव कार्यकारिणी समिति के समक्ष प्रस्तुत किया, सभी सदस्यों में सहमति व्यक्त की। जिसपर महापौर ने नगर आयुक्त से विभागीय आख्या प्रस्तुत करते हुए संपादित कराने के लिए निर्देशित किया।