नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए यूपी में 19 से 30 नवंबर के बीच टारगेट सैंपलिंग का एक अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत अलग-अलग दिन विभिन्न समूह के लोगों की कोरोना टेस्टिंग की जाएगी। प्रदेश में इस तरह का यह दूसरा अभियान होगा। इससे पहले 29 अक्टूबर से 12 नवंबर तक टारगेट सैंपलिंग का काम हुआ था।
यह जानकारी यूपी के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बुधवार को लखनऊ में आयोजित एक प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि टारगेट सैंपलिंग के दूसरे अभियान में 19, 20 व 21 तारीख को शहर की मलिन बस्तियों में और 22 तारीख को अस्थायी या स्थायी जेल में सैंपलिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि 23 तारीख को बाल सुधार गृह, बालिका सुधार गृह आदि में, 24 को वृद्धाश्रम और नारी निकेतन में, 25 को रेहड़ी-पटरी के दुकानदारों की, 26 को स्कूलों में 9वीं से 12वीं के स्टाफ की, 27 को सरकारी और प्राइवेट कार्यालयों में और 28, 29 व 30 को बाजारों में रैंडम सैंपलिंग की जाएगी।
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यूपी में कोरोना के 2390 नए मामले आए सामने
अमित मोहन प्रसाद ने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 2390 नए मामले सामने आए हैं। वहीं बीते 24 घंटे में नए मामलों के मुकाबले ठीक होने वालों की संख्या अधिक रही और कुल 2529 मरीज इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिए गए। राज्य में फिलहाल कोरोना के करीब 22 हजार सक्रिय मामले हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
अब तक 1 करोड़ 73 लाख से अधिक टेस्टिंग
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि छुट्टियों के खत्म होने के साथ ही सैंपल्स जांच की संख्या में तेजी आने लगी है। बीते तीन दिन 80-90 हजार सैंपल्स की ही जांच हो रही थी लेकिन कल 1 लाख 21 हजार 362 सैंपल्स की जांच हुई है, इसमें से 55 हजार से अधिक आरटीपीसीआर सैंपल्स थे। आने वाले दिनों में हम एक बार फिर टेस्टिंग को 1.50 के ऊपर लेकर जाएंगे। प्रसाद ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अभी तक 1 करोड़ 73 लाख 31 हजार 490 कोरोना सैंपल्स की जांच हो चुकी है।