शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने 2000 शिक्षकों को सम्मानित किया। शहर दक्षिणी के विधायक और प्रदेश के पर्यटन मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी के संयोजन में पिपलानी कटरा स्थित एक पैलेस में आयोजित भव्य समारोह में सम्मानित शिक्षक गदगद दिखे।
समारोह में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक छात्र के रूप में भविष्य का निर्माण करता है। उन्होंने कोरोना कॉल का जिक्र करते हुए कहा कि स्कूलों को बंद रहने के बावजूद शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने बेहतरीन तरीके से अपने उत्कृष्ट योगदान का परिचय देते हुए ऑनलाइन क्लास का संचालन किया, जो अद्भुत एवं अविस्मरणीय रहा। उप मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि वर्तमान सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार किया है। शिक्षा का स्तर बढ़ा है। शिक्षक एवं शिक्षिकाओं की समस्याओं का प्राथमिकता पर समाधान सुनिश्चित कराया गया है।
उन्होंने शिक्षकों से कहा कि शिक्षा के सुधार के संबंध में यदि उनकी कोई सुझाव हो तो वे उन्हें सीधे पत्राचार कर सकते हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कायाकल्प एवं प्रेरणा योजना के तहत प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में उच्च स्तरीय सुधार किया गया है। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि जो 70 वर्ष में नहीं बदल सका उसे वर्तमान सरकार ने बदलते हुए एनसीईआरटी की तर्ज पर सरकारी विद्यालयों में बच्चों का पठन-पाठन सुनिश्चित कराया जा रहा है। आज सरकारी प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों का स्तर इतना ऊंचा उठ गया है कि यहां पर दाखिला के लिए लोगों में विशेष रूचि एवं भागमभाग मची हुई है। सरकारी विद्यालयों के कोरोना से मृत अध्यापकों के परिजनों को आर्थिक सहायता के साथ-साथ मृतक आश्रित के रूप में नियुक्ति प्राथमिकता पर सुनिश्चित कराया गया। वित्त विहीन विद्यालयों के ऐसे मामले जेहन में है।
बच्चों को समाज व राष्ट्र के प्रति समर्पित करने का दायित्व शिक्षक का है : श्रीकांत
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में शिक्षकों व गैर शिक्षक व्यक्तियों के ड्यू प्रमोशन तीन-चार माह में पूर्ण कर लें। शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया के लिए गवर्नर प्रक्रिया को अपनाएं। समस्त कार्य पारदर्शिता, निष्पक्षता से हो। संस्कृत निदेशालय शीघ्र ही लखनऊ में खुलेगा। उन्होंने अध्यापकों से पूरे मनोयोग से अनुशासित हो अपने दायित्वों के निर्वहन पर विशेष जोर दिया।
उन्होंने वाराणसी के विकास कार्य का जिक्र करते हुए कहा कि यहां के लोग सौभाग्यशाली हैं कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र के निवासी हैंं । सम्मेलन में प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ नीलकंठ तिवारी ने भी शिक्षक दिवस पर शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामना दिया। राज्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ऐतिहासिक विकास कार्य हुए। कल तक जो देशी और विदेशी पर्यटक यहां के जाम, सकरे एव तंग मार्गो के कारण आने से घबराते थे, आज वहीं पर्यटक बढ़े उमंग के साथ यहां पर आते है। यहां की सड़कों एवं हाईवे विश्वस्तरीय बनाए गए हैं। पूरे शहर में स्ट्रीट लाइट जगमग करते रहते हैं। सुरक्षा की दृष्टि से पूरे शहर के चौराहे-तिराहे सीसीटीवी कैमरा के निगाहबानी में है।
मंत्री तिवारी ने विशेष रूप से काशी विश्वनाथ धाम निर्माण कार्य का जिक्र करते हुए कहा कि बाबा विश्वनाथ के धाम के निर्माण एवं सौंदर्यीकरण कार्य लोगों को अचंभित करने वाला है। किसी ने भी इसकी कल्पना मात्र भी नहीं की थी, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साकार कर दिया। समारोह में प्राथमिक विद्यालय के 500, उच्च प्राथमिक विद्यालय के 500, संस्कृत विद्यालय के 350 सहित कुल 2000 शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एमएलसी डॉ लक्ष्मण आचार्य, भाजपा महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी, शिक्षक एवं उनके परिजन भी उपस्थित रहें।