लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Maurya) ने तकनीकी संस्थाओं की प्रतिभाओं का आह्वान किया है कि वे अपने ज्ञान और प्रतिभा का उपयोग गांव के विकास में करके देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दें। वह शनिवार को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में उल्लास ग्लोबल थोमसों आईआईटी रुड़की के 75 वें स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव के विकास की योजनाओं में अपने प्रोजेक्ट बनाकर तकनीकी प्रतिभाएं अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं। ऐसी परियोजनाएं बनायें कि गांव में लोगों को रोजगार मिले और शहरों की ओर पलायन न हो, बल्कि शहरों से लोग गांव की ओर जाने के लिए लालायित हों।
ग्रामीण विकास के कार्यों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा क्षेत्रों में अमृत सरोवर के रूप में तालाबों को विकसित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इसी तरह से छोटी-छोटी नदियों के पुनरुद्धार, जल निकासी, वाटर रिचार्जिंग आदि के भी कार्य कराए जा रहे हैं। इसमें यदि तकनीकी ज्ञान भी समाहित हो जाएगा तो और अच्छा काम होगा।
किसानों को नहीं होगी फसलों की सिंचाई में समस्या : स्वतंत्र देव
उन्होंने कहा स्वयं सहायता समूहों द्वारा पोषाहार बनाने और राशन की दुकानों के संचालन का कार्य समूहों द्वारा काफी हद तक प्रदेश में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इंजीनियर अपनी प्रतिभा से भारत को नंबर एक बनाने का संकल्प लें और अपनी क्षमता को देश के लिए लगाएं। कार्यक्रम में पुराने छात्रों के छोटे बच्चों की प्रस्तुतियां भी बहुत पसंद की गई।