पटना। बिहार विधानसभा चुनाव की आहट को देखते हुए प्रदेश में राजनीति सरगर्मी तेज हो गई। एक दल के नेता दूसरे दल के नेता पर हमला करना कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को राष्ट्रीय जनता दल नेता और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपने ससुर चंद्रिका राय पर बड़ा हमला बोला है।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने चंद्रिका राय के जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में शामिल होने पर कहा है कि उनकी कोई हैसियत और वजूद नहीं है। उनके जेडीयू में जाने से कोई नुकसान नहीं होगा, क्योंकि जनता लालू जी को चाहती है।
शुक्रवार को जब तेज प्रताप यादव से ससुर चंद्रिका राय के जेडीयू में शामिल होने के संबंध में सवाल पूछा गया। तो उन्होंने कहा कि उनकी कोई हैसियत, कोई वजूद नहीं है। जनता उनको नहीं लालू जी को चाहती है। उनका जेडीयू में जाने से कोई फायदा नहीं है। जेडीयू के कई एमएलए हमारे संपर्क में हैं। कुछ दिनों में वह हमारे पास आने वाले हैं। हम आपको जल्द ही न्यूज़ देंगे।
JD(U) won't gain anything from Chandrika Rai joining their party. In fact, many JD(U) MLAs are in touch with us & we will give you news of them joining RJD within 4-5 days: RJD Leader Tej Pratap Yadav on RJD MLA & his father-in-law Chandrika Rai joining JD(U) recently pic.twitter.com/1tSD1vw83l
— ANI (@ANI) August 21, 2020
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ऐश्वर्या राय के चुनाव लड़ने के सवाल पर तेज प्रताप ने कहा कि कोई भी चुनाव लड़े। उन लोगों से मेरा कोई संबंध नहीं हैं। सारा रिश्ता-नाता तभी खत्म हो गया था। मामला कोर्ट में है। मैं नारी का सम्मान करता हूं इसलिए कुछ बोल नहीं रहा हूं। मेरे पास भी बहुत सबूत हैं। कई सारे वीडियो क्लिप हैं, जिसे मैं दिखा सकता हूं। तेज प्रताप ने कहा कि जो भी मुकाबला करना चाहता है, सामने आकर करे।
बता दें कि बीते गुरुवार को आरजेडी विधायक चंद्रिका राय जेडीयू में शामिल हो गए थे। इस दौरान उन्होंने आरजेडी, लालू प्रसाद, तेज प्रताप और तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि दोनों भाई सरकार बनाने की दावा कर रहे हैं, लेकिन मुझे सुनने में आया है कि दोनों के लिए सुरक्षित सीट की तलाश की जा रही है। बिहार में उनके लिए कोई भी सीट सेफ नहीं है।
चंद्रिका राय ने कहा कि राजद अब गरीबों की पार्टी नहीं रही। आज राजद पैसे वालों की पार्टी हो गई है। व्यावसायिक पार्टी बनकर रह गई है। पैसे लेकर टिकट बेचे जा रहे हैं। कार्यकर्ताओं की कोई पूछ नहीं है।