पटना। बिहार विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद गुरुवार को पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए। महागठबंधन के नेता और राजद के मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी ने जदयू-भाजपा पर जबरदस्त हमला बोला है। इस दौरान उन्होंने चुनाव आयोग पर भी निशान साधा है। उन्होंने कहा कि छल कपट से सरकार बनाई जा रही है। जनता ने फैसला महागठबंधन के पक्ष में सुनाया ,लेकिन चुनाव आयोग ने नतीजा एनडीए के पक्ष में सुना दिया।
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पटना में मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी ने जनादेश को हाईजैक किया है। उन्होंने कहा कि हम लोग रोने वाले नहीं हैं। हम संघर्ष करने वाले लोग हैं। जनता के बीच जाएंगे। हमने पूरे चुनाव बिहार के मुद्दे को उठाया है। धन बल, छल के बाद भी महागठबंधन को वह वाले रोक नहीं पाए हैं।
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार नैतिकता और सिद्धांत की बात करते हैं। वह अब जनता के फैसले का सम्मान करें। छल कपट से मिली सीटों के आधार पर सरकार न बनाएं। बिहार ने बदलाव का जनादेश दिया है। नीतीश में नैतिकता है तो कुर्सी छोड़ दें। तेजस्वी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री चोर दरवाजे से सत्ता हथियाना चाहते हैं।
तेजस्वी ने कहा कि एनडीए लाख कोशिश के बाद भी आरजेडी को सबसे बड़ी पार्टी बनने से रोक नहीं पाई है। तेजस्वी ने चुनाव में मिले वोटों का गणित भी समझाया। कहा कि चुनाव आयोग के अनुसार ही एनडीए और महागठबंधन को डेढ़ करोड़ से ज्यादा वोट मिले हैं। चुनाव आयोग कहता है कि महागठबंधन को एनडीए से केवल 12270 वोट कम मिले। अगर केवल 12 हजार ही वोट कम मिले तो 15 सीटें कैसे कम हो गईं?
तेजस्वी ने पोस्टल बैलेट की गिनती अंत में कराने पर भी सवाल उठाया। कहा कि पोस्टल बैलेट देने वाले ज्यादातर कर्मचारी और शिक्षक लोग होते हैं। जो जागरुक होते हैं। उन्हें पता होता है कि पोस्टल से मतदान कैसे करना है? इसके बाद भी सैकड़ों पोस्टल बैलेट रद कर दिये गए। एक-एक विधानसभा क्षेत्रों में 900-900 वोट रद किये गए।
कहा कि पोस्टल बैलेट की गिनती पहले होनी चाहिए फिर भी बाद में कराई गई। चुनाव आयोग का साफ निर्देश है कि पोस्टल बैलेट की गिनती पहले होगी। तेजस्वी ने कहा कि तीन बजे तक प्रक्रिया पूरी कर ली गई और रात 11 बजे रिजल्ट सुनाया गया। सर्टिफिकेट तैयार करने के बाद भी नहीं दिये गए।