पटना। बिहार विधानसभा के पहले सत्र के आखिरी दिन अपोजीशन के नेता तेज्स्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर आपत्तिजक और निजी टिप्पणी कर दी। वह यहीं पर नहीं रुकें, उन्होंने पक्ष के लोगों को बेइमान तक कह डाला। तेज्स्वी की इस टिप्पणी सदन में हंगामा खड़ा हो गया। तेजस्वी यादव ने चुनाव का गुस्सा विधानसभा में उतारते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निजी हमले भी किए। बच्चे गिनने और पैदा करने की बातें कई बार दोहराईं। गुस्सा इस तरह का था कि सत्ता पक्ष के एक विधायक की ओर मुखातिब होते हुए कहा- ये लोग चोर हैं, बेईमान हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बिफर पड़े। उन्होंने तेजस्वी को मर्यादा के पालन की नसीहत दी। यह घटना राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के क्रम में विधानसभा में हुई।
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नीतीश पर बोलते हुए ‘झूठ’ शब्द का किया इस्तेमाल
तेजस्वी यादव ने जब अपना संबोधन आरंभ किया तो पहले कोरोना के मामले को लेकर कमेटी गठित करने का विषय उठाते हुए मुख्यमंत्री को घेरा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सदन में इसपर कमेटी गठित करने की बात कही थी, पर गंभीरता नहीं दिखाई। अभी तक कमेटी गठित नहीं हुई। इस क्रम में उन्होंने झूठ शब्द का भी इस्तेमाल कर दिया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने सत्ता पक्ष की आपत्ति के बाद झूठ शब्द को कार्यवाही से हटा दिया और नेता प्रतिपक्ष को यह नसीहत दी कि झूठ की जगह असत्य शब्द का इस्तेमाल करें।
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निजी हमला करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव में नीतीश कुमार बच्चे गिन रहे थे। हमारे मां-बाप के बारे में कहा कि बेटा की चाह में बेटी पैदा करते रहे, जबकि हकीकत यह भी है कि मेरे दो भाइयों के बाद एक बहन भी पैदा हुई है। मुख्यमंत्री को एक बेटा है। आगे कोई बेटी पैदा न हो जाए, क्या इसी डर से उन्होंने दूसरी संतान को जन्म नहीं दिया? यह भी जोड़ा कि इन सब चीजों का जिक्र हमें पसंद नहीं। जिसकी जैसी भावना होती है, वैसा ही वह दूसरे के बारे में सोचता है। मुख्यमंत्री को कितना शोभा देता है दूसरे के बच्चों की गिनती करना।