नई दिल्ली| देश के कारोबारियों ने कपड़ा क्षेत्र में जापान के साथ कारोबार की रफ्तार बढ़ाने के लिए कमर कस ली है। भारत की तरफ से जापान में एक खास तरह की प्रदर्शनी लगाई जा रही है जो यहां के कारोबारियों को कोरोना काल में भी अपने उत्पाद दिखाने के लिए खास मौका देगी। साथ ही दोनों देशों के बीच भविष्य मे होने वाले तकनीकी करार की वजह से भी कारोबार की रफ्तार बढ़ेगी।
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अपेरल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (एईपीसी) की एक्सपोर्ट प्रमोशन कमेटी के चेयरमैन सुधीर सीखरी ने हिन्दुस्तान को बताया है कि इसी महीने 20-23 सितंबर के बीच जापान इंडिया इंडस्ट्री प्रोमोशन एसोसिएशन के साथ एक डिजिटल और फिजिकल दोनों के बीच की प्रदर्शनी टोक्यो में लगाई जा रही है।
कारोबारियों के मुताबिक इस दौर में सरकारी प्रयासों के चलते आने वाले 5 सालों के दौरान दोनों के देशों के बीच कारोबार दोगुना होने की उम्मीद है। सुधीर सीखरी ने ये भी कहा कि मौजूदा करारों की वजह से अब तक जापान में एक्सपोर्ट उम्मीद के हिसाब से नही बढ़ा था।
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केंद्रीय कैबिनेट ने इस क्षेत्र के विकास के लिए जापान के निसेनकेन क्वालिटी इवैल्यूएशन सेंटर के साथ काम करने से जुड़े सहमति पत्र को लेकर मंजूरी दे दी है। इससे आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच व्यापार में और तेजी आने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसकी वजह से देश में रोजगार के मौकों में भी अच्छा खासा इजाफा होगा। फिलहाल टेक्सटाइल क्षेत्र से देश में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से 10 करोड़ लोगों को रोजगार मिला हुआ है।