यूपी एसटीएफ ने प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) परीक्षा 2021 की परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के सरगना सहित सात सदस्यों को प्रयागराज से गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में गैेंग सरगना धर्मेन्द्र कुमार उर्फ डीके, पेपर आउट कराने वाला आशीष सिंह पटेल पुत्र राम बहादुर पटेल, संजय कुमार पटेल, सुभाष सिंह पटेल, मनीष पटेल, राहुल कन्नौजिया व दिनेश कुमार पटेल हैं। ये सभी प्रयागराज के रहने वाले हैं। इनके पास से 3 ब्लूटूथ, 2 लैपटाप, 12 मोबाइल फोन, 3 आधार कार्ड, ड्राईविंग लाईसेन्स, पैन कार्ड, 11 विभिन्न बैंकों के चेक, 59 अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्रों की छायाप्रति, 22 परीक्षार्थियों के शैक्षणिक मूल प्रमाण पत्र, डेबिट कार्ड, बैंक का ग्रीन कार्ड, कार, 2 मोटर साईकिल, फर्जी परिचय पत्र व 65 हजार रुपये नकद बरामद हुए हैं। इन सभी की गिरफ्तारी प्रयागराज स्थित महार्षि पतंजलि तिराहा, तेलियरगंज से की गयी।
शनिवार को प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) परीक्षा 2021 के अन्तर्गत दो पालियों में आफ-लाइन लिखित परीक्षा आयोजित की गयी थी। इस सम्बन्ध में अभ्यर्थियों को बहला-फुसलाकर धन उगाही का प्रयास करने, मूल अभ्यर्थी के स्थान पर साल्वर बैठाने, ब्लूटूथ एवं अन्य डिवाइस के माध्यम से परीक्षा में सेंधमारी करने, परीक्षा केन्द्रों पर कक्ष निरीक्षक एवं अन्य से मिलकर नकल कराने तथा प्रश्न पत्र लीक कराने वाले तत्वों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कार्रवाई करने के लिए एसटीएफ की टीमें लगायी गयी थीं। शनिवार को एसटीएफ की टीम को सूचना मिली कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में साल्वर गिरोह के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) परीक्षा 2021 में विभिन्न तरीके से नकल कराने वाले कुछ सदस्य महार्षि पतंजलि तिराहा, तेलियरगंज, प्रयागराज पर एकत्रित होकर कुछ योजना बना रहे है। इस सूचना पर एसटीएफ की टीम ने घेराबंदी कर सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
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पूछताछ पर गिरफ्तार अभियुक्त धर्मेन्द्र कुमार ने बताया गया कि लगभग 5 वर्ष से मैं इस काम में लगा हूॅ। शुरूआत में मैंने डा. केएल पटेल के साथ रहकर काम किया था, बाद में मैं यह काम अपना ग्रुप बनाकर करने लगा। मेरे गु्रप में 8-10 लोग है। हम लोग सभी प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर आउट कराकर मूल परीक्षार्थी के स्थान पर साल्वर बैठाकर परीक्षा केन्द्रों पर कक्ष निरीक्षक से सेटिंग करके तथा ब्लूटूथ एवं अन्य डिवाइस के माध्यम से नकल कराते है।
इसके एवज में हर परीक्षा के लिये अलग-अलग रकम ली जाती है। आज टीजीटी की परीक्षा के लिए मेरे पास आये प्रत्येक अभ्यर्थियों से 12-15 लाख रुपए पर तय हुआ था। इसके पूर्व भी मैंने सिपाही भर्ती, टेट, सुपर टेट, सी-टेट एवं रेलवे भर्ती बोर्ड में अपने साल्वर बैठाये थे। जनवरी 2020 में हुये टेट परीक्षा के दौरान पुलिस द्वारा मैं पकड़ लिया गया और थाना कैण्ट, जनपद प्रयागराज से जेल भेज दिया गया था।
पूछताछ पर गिरफ्तार अभियुक्त आशीष सिंह पटेल ने बताया गया कि मैं वर्ष 2014 से इस काम में लगा हूॅ। मेरे गु्रप में पकड़े गये सभी साथियों के अलावा डा. केएल पटेल एवं अमित वर्मा, आडिटर, एजी आफिस, उत्तराखण्ड भी है, जो प्राय: प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर आउट कराकर दे देते है। इस बार भी उन्होंने प्रश्न पत्र की उत्तर कुंजी देने के लिए कहा था।