• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

कड़ाही में खाने को मना करते है बड़े-बुजुर्ग, जानें इसकी वजह

Writer D by Writer D
07/03/2024
in Main Slider, धर्म, फैशन/शैली
0
pan

pan

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

भारतीय समाज में सदियों से बहुत सी मान्यताएं हैं, जो ज्यों की त्यों चली आ रही हैं. कुछ लोग इन मान्यताओं को अंधविश्वास मानते हैं, तो वहीं कुछ जीवन के लिए बहुत जरूरी और अहम मान कर इनका पालन करते हैं. इनके पीछे कोई ना कोई कारण जरूर होता है. इन्हीं मान्यताओं में से एक है “कड़ाही (Pan) में खाना खाना.” लगभग हम सभी ने बचपन में कभी न कभी अपने घर के बड़े-बुजुर्गों को यह कहते सुना होगा कि कड़ाही (Pan) में खाना नहीं खाना चाहिए. बड़े-बुजुर्गों की बात सुनकर बहुत से लोग कड़ाही में खाना खाने से परहेज भी करते हैं, लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर क्यों बड़े-बुजुर्ग हमें कड़ाही में खाना खाने से मन करते हैं? यदि आपको भी यह बात नहीं पता, तो चलिए जानते हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.

धार्मिक मान्यता

कड़ाही में खाना खाने को लेकर धार्मिक मान्यता है कि यदि कुंवारे लोग कड़ाही में खाना खाते हैं, तो उनकी शादी में बारिश होती है. वहीं यदि शादीशुदा लोग कड़ाही में खाना खाते हैं, तो उन्हें आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ता है.

क्यों नहीं खाना चाहिए कड़ाही (Pan) में खाना?

कड़ाही में खाना नहीं खाने की बात काफी पुराने समय से चली आ रही है. उस समय जिसने इस नियम को बनाया होगा, उसने किसी न किसी चीज़ को ध्यान में रखकर ऐसा किया होगा. असल में पुराने जमाने में लोग लोहे से बनी कड़ाही में खाना पकाते थे, जिसे खाने के बाद ठीक प्रकार से साफ करने में बहुत मेहनत लगती थी.

दरअसल उस समय आज की तरह डिटर्जेंट लिक्विड सोप नहीं होते थे, जो कड़ाही में जमी चिकनाई को आसानी से साफ कर दें. ऐसे में शुद्धता को बनाए रखना थोड़ा मुश्किल काम था. इसी बात को ध्यान में रखकर उस ज़माने में इस नियम को बनाया गया और लोग इस नियम को मानें, इसलिए इस तरह की बात बताई गई कि “कड़ाही में खाना खाने से विवाह में बारिश होती है”

इसके अलावा एक तथ्य यह भी है कि उस ज़माने के लोग जूठा और संकरा खाने से बहुत बचते थे. वे कड़ाही में खाना खाने को अशिष्टता मानते थे. साथ ही मानते थे कि जिस चीज़ को जिस काम के लिए बनाया गया है, उसका इस्तेमाल भी उसी काम में ही होना चाहिए. यदि कड़ाही को खाना बनाने के लिए बनाया गया है, तो उसका उपयोग खाना बनाने में ही किया जाए न कि खाना खाने में.

Tags: AstrologyAstrology tips
Previous Post

फर्श साफ करने में करें इन चीजों का इस्तेमाल, मिलेगा चमचमाता फ्लोर

Next Post

ठंडाई के बिना फीका है होली का आनंद, देखें रेसिपी

Writer D

Writer D

Related Posts

CM Bhajanlal Sharma
Main Slider

आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है मोदी सरकार की: भजनलाल

10/06/2025
Rajnath Singh
Main Slider

पाकिस्तान को काउंटर टेररिज्म पैनल का उपाध्यक्ष बनाना, बिल्ली से दूध की रखवाली कराने जैसा: राजनाथ सिंह

10/06/2025
cm dhami
Main Slider

मेक इन इंडिया की ताकत से निर्यात के क्षेत्र में भारत की भागीदारी तेजी से बढ़ी: सीएम धामी

10/06/2025
CM Yogi
Main Slider

सालार मसूद को ऐसी सजा हुई, जो इस्लाम के अनुसार जहन्नुम में जाने की गारंटी देता हैः योगी

10/06/2025
CM Yogi
Main Slider

ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से सबने देखी पाकिस्तान में टेस्टेड और दुनिया के द्वारा ट्रस्टेड भारत की सैन्य ताकत: सीएम योगी

10/06/2025
Next Post

ठंडाई के बिना फीका है होली का आनंद, देखें रेसिपी

यह भी पढ़ें

draupadi

राजनीतिक अपमान की बिसात पर एक और द्रौपदी

29/07/2022
constable body found hanging

वन रक्षक ने पेड़ से फांसी लगाकर की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस

23/11/2020
Chhath Puja

कोरोनाकाल में छठ पूजा पर डीजीपी ने दिये निर्देश, सुरक्षा के होंगे कड़े इन्तेजाम

17/11/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version