उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद जिले के भोजपुर धर्मपुर में तैनात लेखपाल को भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने एक व्यक्ति से 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते समय रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भोजपुर निवासी मोहम्मद वसीम ने अपनी मां और भाई की मृत्यु के बाद बच्चे तथा दो भाइयों के नाम खतौनी में चढ़वाने के लिए अवेदन किया था। इलाके के लेखपाल नेमपाल सिंह ने इस काम के लिए मोहम्मद वसीम से दस हजार रुपये रिश्वत देने की मांग की । वसीम ने भोजपुर धर्मपुर में तैनात लेखपाल की शिकायत भ्रष्टाचार निवारण संगठन से की थी।
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उन्होंने बताया कि संगठन की टीम ने योजना के तहत सोमवार को वसीम रुपये लेकर लेखपाल को देने पहुंच गया और जैसे ही उसने दस हजार रुपये उसके हाथ में थमाए ,तभी संगठन की टीम के सदस्यों ने नेमपाल लेखपाल को रंगे हाथ पकड़ लिया। बाद में टीम के सदस्य उसे अपने साथ लेकर चले गए।
इस बीच भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम के उपाधीक्षक अब्दुल रज्जाक ने बताया कि नौ अक्टूबर को भोजपुर निवासी मोहम्मद वसीम ने उनके कार्यालय में लेखपाल द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत की थी।
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लेखपाल नेमपाल सिंह तीन साल पहले सदर तहसील में था। इसके बाद से वह नगर पंचायत भोजपुर धर्मपुर में तैनात हैं। आरोपी लेखपाल को जेल भेज दिया गया है।