इस्लामाबाद। पाकिस्तान के बलूचिस्तान स्थित क्वेटा शहर में कोर्ट के बाहर जोरदार सशस्त्र हमला (Attack) किया गया। हमले में दो लोगों की मौत हो गयी और सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
पाकिस्तान का बलूचिस्तान प्रांत लंबे समय से अशांत चल रहा है। यहां अलग बलूच राष्ट्र की मांग को लेकर आंदोलन चल रहे हैं। अब वहां की सत्र अदालत के बाहर जोरदार सशस्त्र हमला हुआ है। हमला इतना जोरदार था कि दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी। सात अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हमले में घायल सरदार नसीम तरीन के मुताबिक वह अदालत में सुनवाई के बाद बाहर आ रहा था।
उसी समय उस पर अज्ञात व्यक्ति ने हमला किया। यह हमला पहले अदालत परिसर में हुआ। बाहर अन्य हमलावर भी प्रतीक्षा कर रहे थे। अदालत से बाहर निकलते ही अन्य हमलावरों ने भी उस पर गोलियां चलाईं, जिसमें दो लोगों की मौत हो गयी। गंभीर रूप से जख्मी सात लोगों को नजदीकी अस्पताल के ट्रामा सेंटर ले जाया गया है।
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बलूचिस्तान में इस तरह हमला होना कोई नई बात नहीं है। 1947 में पाकिस्तान बनने के साथ ही स्वतंत्र बलूचिस्तान की मांग होने लगी थी। अब पिछले कुछ समय से यह मांग उग्र और हिंसक हो उठी है। बीते एक वर्ष से तो औसतन हर महीने कोई न कोई बड़ी हिंसक घटना को अंजाम दिया जाता है।
दरअसल बलूचिस्तान पाकिस्तान में भौगोलिक क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा प्रांत है। पाकिस्तान के कुल क्षेत्रफल का 43 प्रतिशत बलूचिस्तान में आता है। इसके बावजूद शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की दृष्टि से यह क्षेत्र बहुत अधिक पिछड़ा हुआ है। यही कारण है कि बलूचिस्तान में रहने वाले अलग देश की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।