उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (बाबू जी) नहीं रहे। शनिवार रात 9 बजे उन्होंने 89 साल की उम्र में लखनऊ के SGPGI में आखिरी सांस ली। कल्याण सिंह 48 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। पूर्व सीएम के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए पहले उनके आवास, फिर विधानमंडल और अंत में BJP कार्यालय में रखा गया था।
करीब शाम 4:40 बजे पार्थिव शरीर एयर एंबुलेंस से अलीगढ़ धनीपुर हवाई पट्टी लाया गया। यहां से पार्थिव शरीर को फूलों से सजे ट्रक में रखकर 13 किलोमीटर दूर अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम शाम 5.50 बजे लाकर मैदान में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। उमड़ी भीड़ ने जय श्रीराम के नारे लगाए। कहा कि जब तक सूरज चांद रहेगा बाबू जी का नाम रहेगा। मुख्यमंत्री योगी ने पुष्प अर्पित किए।
अंतिम दर्शन के बाद अगले दिन सोमवार सुबह करीब 9 बजे सड़क मार्ग से पार्थिव शरीर अतरौली के रास्ते उनके पैतृक गांव मढ़ौली ले जाया जाएगा। जहां पर कल्याण सिंह का जन्म हुआ था। यहां पर बाबूजी का पैतृक आवास है। कुछ देर के लिए पार्थिव शरीर को गांववालों के अंतिम दर्शन के लिए घर पर रखा जाएगा। यहां से अंतिम यात्रा बुलंदशहर जिले के नरौरा कस्बा स्थित गंगा घाट के लिए रवाना होगी।
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर उत्तराखंड में एक दिन का राजकीय शोक
11 आचार्य वैदिक रीति रिवाज के साथ कराएंगे अंतिम संस्कार
बुलंदशहर के नरौरा में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के दाह संस्कार के लिए 25 किलो चंदन की लकड़ी की व्यवस्था की गई है। आर्य समाज के 11 आचार्य अंतिम संस्कार वैदिक रीति रिवाज से सम्पन्न कराएंगे। बताया गया है कि चंदन, ढक, पीपल व आम की लकड़ी का उपयोग किया जाएगा। वैदिक रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया जाएगा। आचार्यों में रणधीर शास्त्री, दीपक शास्त्री, आचार्य अविनाश शास्त्री, महेंद्र देव हिमांशु, मवासी सिंह शास्त्री, नरपत सिंह, सुभाष कुमार आर्य, मनोज कुमार शास्त्री, जनेश कुमार, सत्यप्रकाश शामिल रहेंगे।
तीन दिन का राजकीय शोक, कल सारे स्कूल-कॉलेज कार्यालय बंद रहेंगे
कल्याण सिंह के निधन पर प्रदेश सरकार ने तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। सोमवार को सार्वजनिक अवकाश का भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है। मतलब सोमवार को प्रदेश के सारे सरकारी कार्यालय, स्कूल, कॉलेज बंद रहेंगे। भाजपा के जिला मुख्यालयों पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाएंगी।