भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की जयंती पर पुष्पांजलि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, कानून मंत्री बृजेश पाठक, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन गोपाल जी समेत अन्य मंत्रियों ने पुष्पांजलि अर्पित की।
लोक भवन में स्थापित प्रतिमा पर पुष्पांजलि के उपरांत सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री समेत अन्य लोगों ने उन्हें याद किया। पंडित गोविंद बल्लभ पंत की पुत्रवधू पूर्व सांसद इला पंत ने पंत से जुड़े कई संस्मरण सुनाये और कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सक्रियता और कठिन परिश्रम यह साबित करता है कि इनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश तेजी से आगे बढ़ेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने छात्राओं को पुरस्कृत किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंत जी की जयंती आज पूरा प्रदेश पूरा देश विनम्र श्रद्धांजलि दे रहा है। मुख्यमंत्री के रूप में उत्तर प्रदेश को दो यशस्वी नेतृत्व मिला है। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में जन्में पंत जी उच्च शिक्षा ग्रहण करने के दौरान वह आजादी आंदोलन के सिपाही बन गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंत जी ही थे जिन्होंने काकोरी घटना के क्रांतिवीरों का साथ दिया। अंग्रेज हुकूमत ने जिन क्रांतिवीरों को आरोपी बनाया, पंत जी ने उनकी वकालत की।
पंत जी पहली बार 1937 से 1939 तक मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने 1939 में मुख्यमंत्री का पद इसलिये छोड़ा था क्योंकि दूसरे विश्वयुद्ध में अंग्रेजों ने भारत को धकेल दिया था। दूसरी बार वह 1947 में मुख्यमंत्री बने। इसके बाद देश के गृहमंत्री भी बने।
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पंत ने जब मुख्यमंत्री का दायित्व सम्भाला तब उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय देश के बराबर थी। उसके बाद उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय घटती गयी। गृह मंत्री के रूप में काम करते हुए भारत को मजबूत किया। पंत जी ने उत्तर प्रदेश के विकास को लेकर नीव रखी थी। उनका जो सपना था, वह आज की मौजूदा सरकार में पूरा हो रहा है। आज उत्तर प्रदेश के विकास की चर्चा देश भर में हो रही है।
पर्यटन मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी ने कहा कि आजादी के 75वीं वर्ष गांठ और चौरी चौरा के 100वें वर्ष पर आयोजित हो रहे कार्यक्रमों की श्रंखला में आज पंडित गोविंद बल्लभ पंत की जयंती पर यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। पंत जी का बहुत बड़ा योगदान था। उन्होंने चौरी चौरा की घटना में आजादी के क्रांतिवीर का पूरा साथ दिया था। उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की आधारशिला रखी गई थी।