उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हुनर हाट में देश के विभिन्न हिस्सों से आए हुए कारीगर और हस्तशिल्पी आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करते हैं। जिससे आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार हो रहा है।
श्री आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के वृंदावन में ‘ब्रज रज उत्सव’ एवं ‘कौशल कुबेरों के कुम्भ’ “हुनर हाट” का बुधवार को उद्घाटन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को यहाँ आए हुए कारीगर और हस्तशिल्पी साकार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बहुत सारे कारीगर ऐसे होंगे जिनकी कला उस कालखंड से अवश्य जुड़ती होगी जब भगवान श्री कृष्ण ने अपनी लीला की कला रची होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही श्री कृष्ण युग के लोगों उपासना विधि बदल गई होगी लेकिन कला बची हुई है।
उन्होंने कहा कि ब्रज क्षेत्र के विकास के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इसमें किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी। इस क्षेत्र के विकास के लिए उनकी सरकार ने 425 करोड़ की योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम किया है।
श्री आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जिस दृढ़ता के साथ देशवासियों के जान और जीवन की रक्षा की वैसा दुनिया के किसी नेता ने नहीं किया है। प्रधानमंत्री ने हर व्यक्ति की जीविका और जान बचाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि ब्रज क्षेत्र का लिखित इतिहास हजारों वर्षों का है जो यहाँ के कलाओं और संगीत में रचा बसा है। इसकी पवित्रता बनाए रखना हम सब की ज़िम्मेदारी है।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि “स्वदेशी” एवं ‘वोकल फॉर लोकल’ के प्रभावी प्लेटफार्म “हुनर हाट” से जहाँ एक ओर भारत की पारम्परिक पुश्तैनी कला को जबरदस्त प्रोत्साहन एवं मौका-मार्केट मुहैया हो रहा है, वहीं दूसरी ओर लाखों स्वदेशी दस्तकारों, शिल्पकारों का आर्थिक सशक्तिकरण भी हो रहा है। ब्रज की सांस्कृतिक धरोहर के प्रचार-प्रसार के दृष्टिगत ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा 10 से 19 नवंबर तक ‘ब्रज रज महोत्सव’ का आयोजन किया जा रहा है। “हुनर हाट” द्वारा विभिन्न परंपरागत, लोक नृत्य, सांस्कृतिक, भजन एवं ब्रज संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि वृदांवन के कुम्भ मेला ग्राउंड में आयोजित 31वें हुनर हाट में विश्वकर्मा वाटिका के अलावा सर्कस का भी प्रदर्शन होगा। जहाँ लोग भारतीय सर्कस कलाकारों के शानदार पारम्परिक कौशल को देख सकेंगें।
वृन्दावन के हुनर हाट में 30 से ज्यादा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 400 दस्तकार, शिल्पकार, कारीगर शामिल हुए हैं। इस हुनर हाट में उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली, नागालैंड, मणिपुर, बिहार, आँध्र प्रदेश, झारखण्ड, गोवा, पंजाब, लद्दाख, कर्नाटक, गुजरात, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, केरल एवं अन्य क्षेत्रों से हुनर के उस्ताद कारीगर अपने साथ लकड़ी, ब्रास, बांस, शीशे, कपडे, कागज़, मिट्टी आदि के शानदार उत्पाद लेकर आये हैं। इसके अलावा देश के विभिन्न क्षेत्रों के पारम्परिक शाकाहारी पकवान भी उपलब्ध हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हुनर हाट में प्रतिदिन सांयकाल प्रसिद्ध कलाकार अन्नू कपूर, कैलाश खेर, सुरेश वाडेकर, पुनीत इस्सर का महाभारत मंचन, सदानंद बिस्वास, मशहूर भजन गायक अनूप जलोटा, उस्मान मीर, रानी इन्द्राणी एवं अन्य कलाकार विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करेंगें।
श्री नकवी ने कहा कि पिछले छह वर्षों में हुनर हाट के माध्यम से छह लाख से ज़्यादा दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों और उनसे जुड़े लोगों को रोजगार और रोजगार के अवसर मुहैया कराए गए हैं। हुनर हाट ई प्लेटफार्म एचटीटीपी://हुनरहाटडॉटओआरजी के साथ ही जीईएम पोर्टल पर भी देश-विदेश के लोगों के लिए उपलब्ध है जहाँ लोग सीधे दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों के बेहतरीन स्वदेशी सामानों को देख-खरीद रहे।
उन्होंने कहा कि अगले हुनर हाट 12 से 21 नवम्बर के बीच लखनऊ, 14 से 27 नवम्बर प्रगति मैदान नई दिल्ली, 26 नवम्बर से 05 दिसंबर तक हैदराबाद, 10 दिसंबर से 19 दिसंबर तक सूरत एवं 22 दिसंबर 2021 से 02 जनवरी 2022 तक नई दिल्ली में होंगें। इसके अलावा हुनर हाट का आयोजन मैसुरु, गुवाहाटी, पुणे, अहमदाबाद, भोपाल, पटना, पुड्डुचेरी, मुंबई, जम्मू, चेन्नई, चंडीगढ़, आगरा, प्रयागराज, गोवा, जयपुर, बेंगलुरु, कोटा, सिक्किम, श्रीनगर, लेह, शिलांग, रांची, अगरतला एवं अन्य स्थानों भी पर होगा।
इस अवसर पर मथुरा की सांसद हेमा मालिनी, उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकान्त मिश्र, समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य उपस्थित रहे।