बिहार के गोपालगंज के विजयीपुर थाना क्षेत्र में शराब के नशे में धुत युवक ने एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया। युवक ने पहले अपनी मां, भाभी और भतीजी पर चाकू से हमला किया। इसके बाद पड़ोस की रहने वाली मां-बेटी को भी अपना निशाना बनाया। इसके बाद उसके सामने जब कोई नहीं आया, तो खुद को चाकू मार लिया। परिजन उसे अस्पताल लेकर गए, लेकिन उपचार के दौरान युवक की मौत हो गई।
आरोपी के पिता योगेन्द्र वर्मा ने बताया कि मंगलवार की शाम उनका लड़का दीपक वर्मा शराब पीकर घर आया था। घर आते ही वो कहने लगा कि चाकू से सभी को काट दूंगा। इतना कहने के बाद वह घर में घुस गया और अपनी मां पर चाकू से हमला कर दिया। मां की आवाज सुनकर घर में मौजूद उसके बड़े भाई की पत्नी प्रीति जब वहां आई, तो दीपक ने उसे भी चाकू घोंप दिया।
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इतना ही नहीं उसने अपनी भतीजी पूजा कुमारी पर भी कई बार चाकू से वार किए। घर में चीख पुकार मच गई। आवाज सुनकर पड़ोस में रहने वाली सुमन और उसकी चाची मुन्नी जब वहां आईं, तो आरोपी युवक ने उन पर भी चाकू से हमला किया और घर से बाहर धकेल दिया।
आरोपी दीपक घटना को अंजाम देने के बाद खून से लथपथ पड़ी अपनी मां, भाभी और भतीजी को तड़पते हुए देखता रहा। उसके बाद वह फिर से घर से बाहर आ गया और अपनी गर्दन पर चाकू रखकर गला काट लिया। गर्दन पर वार होते ही वह जमीन पर गिरकर तड़पने लगा। घायल परिजनों के साथ आसपास के लोग दीपक को उपचार के लिए पीएचसी लेकर पहुंचे, जहां इलाज शुरू होने से पहले ही दीपक की मौत हो गई। वहीं अन्य घायलों को उपचार के लिए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया है। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए गोपालगंज सदर अस्पताल भेजा है।
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बताया गया है कि दीपक शराब का आदी था। चार वर्ष पूर्व एक मीट की दुकान पर जाकर उसने हंगामा किया था। वहां जब लोगों ने उसका विरोध किया, तो दीपक ने खुद के सिर में ही चाकू मार लिया था। वहीं परिजनों ने बताया कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। दीपक वर्मा दिल्ली में परिवार के साथ रहकर नौकरी करता था। शराब पीने को लेकर पत्नी से आए दिन झगड़ा होता रहता था। लॉकडाउन के पहले ही दिल्ली से घर आ गया था, जबकि उसकी पत्नी मोती और बेटा शिवम और बेटी सीया दिल्ली में ही थे। दीपक की मौत की खबर मिलने के बाद वे भी गांव के लिए रवाना हो गए हैं।