लखनऊ। ऐशबाग की ऐतिहासिक जमुना झील और मोतीझील को बचाने की लड़ाई ने झील बचाओ अभियान के रूप में जन्म लिया, यह अभियान लगातार इन दोनों झीलों को बचाने की लड़ाई लड़ रहा है जो निरंतर तेज होती जा रही है।
इसी कड़ी में प्रत्येक रविवार झील बचाओ अभियान के सभी सदस्य झील में श्रमदान का आयोजन करते हैं। इस श्रमदान कार्यक्रम में क्षेत्र के तमाम पर्यावरण प्रेमी व जागरूक नागरिक आपस मे मिलजुल कर जमुना झील में एकत्रित कचरा जलकुंभी और पॉलिथीन की गंदगी निकालने का कार्य करते हैं। श्रमदान कार्यक्रम को करने के पीछे की मंशा झीलों के प्रति लोगों और सरकार को जागरूक करना है।
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इसके साथ ही इस छोटे से सामूहिक प्रयास से झील का कुछ हिस्सा भी साफ होने लगा है जो अभियान से जुड़े लोगों की हिम्मत को और बढ़ावा देता है। इन्ही उद्देश्यों के साथ झील अभियान के सभी सदस्य प्रत्येक रविवार सुबह 10 बजे से इस कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। आज के कार्यक्रम में झील बचाओ अभियान के संयोजक गौरव बाजपेई व संरक्षक गनेश कनौजिया के नेतृत्व में झील बचाओ अभियान के सक्रिय सदस्यों ने जमुना झील में श्रमदान किया श्रमदान के दौरान पार्क में खेल रहे बच्चों ने भी अपना खेल रोक कर झील में श्रमदान किया व जमुनाझील की सफाई में बड़ों की मदद की।
आज श्रमदान में मुख्य रूप से मोहन तिवारी, नीरज सिंह, शरद तिवारी, अमन त्रिपाठी, जितेंद्र गांधी, अंजनी, शरद गुप्ता, अमन कश्यप, आशीष शुक्ला, अमित वर्मा, ओम धवन, आयुष सिंह, प्रशांत श्रीवास्तव, अर्पित, अजीत कुमार, अंश, विनीत, अनमोल, आयुष तिवारी, जानकी दास, राम कुमार, पंकज सिंह, डॉक्टर सौरभ पालीवाल, तेजस धवन, शिवांशु, दिनेश धानुक, मोहित, आशीष गुप्ता, सुमित अग्रवाल, दिनेश कुमार, पिंटू, लक्ष्य, आयुष मिश्रा, सीपी सिंह, अजय त्रिपाठी, संतोष द्विवेदी, मोहित गुप्ता, संकटा प्रसाद शुक्ला, अंशु श्रीवास्तव, टिंकू मारवाड़ी, गणेशी लाल लोधी, हरीश जोशी, विनय श्रीवास्तव, सुमित गुप्ता, अभिषेक निगम, विकास कश्यप व संजू श्रीवास्तव मौजूद रहे।