उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना को लेकर संजीदा हैं। बोकारो के स्टील प्लांट से ऑक्सीजन की पहली खेप लखनऊ पहुंचने के पहले ही दूसरी खेप के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस बोकारो के लिए रवाना हो गई।
अपर मुख्य सचिव, ‘गृह’ अवनीश अवस्थी ने बताया कि तीन टैंकरों में 60 हजार लीटर लिक्विड ऑक्सीजन आई है। वहीं दूसरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस 4 टैंकरों को लेकर बोकारो के लिए आज सुबह 5.30 बजे लखनऊ से रवाना भी कर दी गई है।
गौरतलब है कि रेलवे ने इस ऑक्सीजन एक्सप्रेस के लिए विशेष तौर पर ग्रीन कॉरिडोर बनाया है। यानी ट्रेन बिना कहीं रुके सीधे बोकारो पहुंचेगी।
16 घण्टों का सफर पूरा कर बोकारो से लखनऊ पहुंची ऑक्सीजन एक्सप्रेस
बोकारो के स्टील प्लांट से ऑक्सीजन के टैंकर लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस ग्रीन कॉरिडोर से होते हुए रात 12 बजे के करीब दीनदयाल उपाध्याय नगर (मुगलसराय) पहुंची, इसके बाद वाराणसी और सुल्तानपुर होते हुए ऑक्सीजन एक्सप्रेस आज शनिवार सुबह सात बजे लखनऊ पहुंच गई। इस एक्सप्रेस में लखनऊ के लिए तीन टैंकर आए हैं। एक टैंकर में 20 हजार लीटर लिक्विड ऑक्सीजन है। सभी टैंकर्स में लिक्विड ऑक्सीजन है। ये लिक्विड ऑक्सीजन अब सेलेंडर के माध्यम से अस्पतालों में पहुंचाई जाएगी।
अवनीश अवस्थी ने बताया कि ऑक्सीजन वितरण के लिए एक मॉनिटीरिंग सिस्टम बनाया गया है। जिसमें खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन, चिकित्सा विभाग, चिकित्सा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, ट्रान्सपोर्ट विभाग तथा गृह विभाग मिलकर सभी समस्याओं का समाधान करेगा।
ऑक्सीजन की कालाबाजारी रोकने के लिए योगी सरकार शुरू करेगी नई व्यवस्था
उल्लेखनीय है कि गुरुवार सुबह आठ बजे लखनऊ से रवाना हुई ऑक्सीजन एक्सप्रेस रात दो बजे करीब 18 घंटे में बोकारो पहुंची थी। इस ऑक्सीजन एक्सप्रेस के साथ एक जीआरपी उपनिरीक्षक और दो कांस्टेबल का एस्कॉर्ट भी चल रहा है। यह एस्कॉर्ट कड़ी सुरक्षा में बोकारो से ऑक्सीजन एक्सप्रेस को लेकर लखनऊ आया।