मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश की पहली काऊ सेंचुरी (Cow Sanctuary) मुजफ्फरनगर जनपद स्थित पुरकाजी खादर क्षेत्र में बनाई जा रही है। केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के अथक प्रयास से इस काऊ सेंचुरी की नींव रखी गई है। बताया जा रहा है कि इस काऊ सेंचुरी की लागत में 64 करोड़ का खर्च आएगा।
काऊ सेंचुरी (Cow Sanctuary) में 5 हज़ार पशुओं की होगी केपिसिटी
बता दें कि पुरकाजी क्षेत्र के खादर में स्थित तुगलपुर कमहेड़ा गांव में बनाई जा रही उत्तर प्रदेश की पहली काऊ सेंचुरी का कार्य शुरू हो गया है। केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के अथक प्रयास से यह काऊ सेंचुरी बनने जा रही है। जिसके चलते खुद मंत्री संजीव बालियान ने मौके पर पहुंचकर ट्रैक्टर चलाकर काऊ सेंचुरी के निर्माण कार्य को शुरू कराया।
मंत्री संजीव बालियान ने बताया कि तुगलपुर कम हेड़ा गांव में स्थित 130 एकड़ जमीन है। जिसमें से 40 एकड़ जमीन में काऊ सेंचुरी का कार्य आज से शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि इस काऊ सेंचुरी को बनाने के लिए 64 करोड़ रुपए का टेंडर पास हुआ है और आशा जताई जा रही है कि 4 महीने में यह काऊ सेंचुरी (Cow Sanctuary) बनकर तैयार हो जाएगी।
इसके साथ ही यह भी दावा किया जा रहा है की इस काऊ सेंचुरी में लगभग 5 हज़ार पशुओं की केपिसिटी होगी। सवा सौ बीघा में शेड का कंट्रक्शन होगा। जिसमें बड़े-बड़े 18 शेड बनेंगे 150-150 मीटर के और बाकि जगह पशुओं के घूमने के लिए होगी। ये मिनिमम 5 हजार पशुओं की केपिसिटी का है। मुझे उम्मीद है की इस वर्ष के 2023 के अंत तक मुज़फ्फरनगर जनपद में एक भी गौवंश किसी सड़क या खेत में नहीं मिलेगा और किसान बिल्कुल आराम से रात में सो सकते है।
पहले चंदन गांव में बननी थी काऊ सेंचुरी (Cow Sanctuary)
उन्होंने आगे कहा कि यह पायलट प्रोजेक्ट है अगर हम सबने मिलकर इसे कामयाब कर दिया तो हो सकता है देश के अन्य हिस्सों में, दूसरे जनपदों में इस तरह की काउ सेंचुरी देखने को मिले। देखिये अलग तरह का प्रयोग है, PPP मॉडल पर है, पब्लिक सरकार के साथ मिलकर खुद चलाएगी और मुझे उम्मीद है अगर हमने कामयाब कर दिया तो ये मोडल पुरे देश में मिलेगा। मुझे इसमें पुरे मुज़फ्फरनगर की जनता का सहयोग चाहिए, जिससे इसे कामयाब कर सकू।
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बता दें कि पहले पुरकाजी क्षेत्र के चंदन गांव में 70 हेक्टेयर जमीन पर यह काऊ सेंचुरी बनाई जानी थी, लेकिन किसी कारण से यह जमीन विवादों में पड़ गई थी। जिसके चलते इस जमीन पर कोर्ट का स्टे आ गया था। जिसको लेकर अब इस काऊ सेंचुरी को तुगलपुर कम हेड़ा गांव में बनाया जा रहा है।