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प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली ‘मन की बात’, 109वें एपिसोड में पीएम मोदी ने की इन मुद्दों पर चर्चा

Mann Ki Baat

Mann Ki Baat

नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) के रेडियो कार्यक्रम मन की बात (Mann ki Baat) का 109वां एपिसोड रविवार को प्रसारित किया गया। जिसमें पीएम मोदी ने कहा, ‘अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर ने देश के करोड़ों लोगों को मानो एक सूत्र में बांध दिया है। सबकी भावना एक, सबकी भक्ति एक, सबकी बातों में राम, सबके हृदय में राम। देश के अनेकों लोगों ने इस दौरान राम भजन गाकर उन्हें श्रीराम के चरणों में समर्पित किया।’

पीएम मोदी (PM Modi) ने आगे कहा, ’22 जनवरी की शाम को पूरे देश ने रामज्योति जलाई, दिवाली मनाई। प्रभु राम का शासन, हमारे संविधान निर्माताओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत था और इसलिए 22 जनवरी को अयोध्या में मैंने ‘देव से देश’ की बात की थी, ‘राम से राष्ट्र’ की बात की थी।’

उन्होंने (PM Modi) कहा, ‘इस बार 26 जनवरी की परेड बहुत ही अद्भुत रही, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा परेड में महिला शक्ति (Women Power) को देखकर हुई, जब कर्त्तव्य पथ पर, केंद्रीय सुरक्षा बलों और दिल्ली पुलिस की महिला टुकड़ियों ने कदमताल शुरू किया, तो सभी गर्व से भर उठे।’

अर्जुन अवार्ड पाने वाली बेटियां

इस बार अर्जुन अवार्ड समारोह में भी जिस एक बात ने लोगों का खूब ध्यान खींचा, वो थी अर्जुन पुरस्कार पाने वाली बेटियां और उनकी जीवन यात्रा। इस बार 13 महिला एथलीट्स को अर्जुन अवार्ड (Arjun Award) से सम्मानित किया गया। इन बेटियों ने अनेकों बड़े टूर्नामेंटों में हिस्सा लिया और भारत का परचम लहराया। शारीरिक चुनौतियां, आर्थिक चुनौतियां, इन साहसी और टैलेंटेड खिलाड़ियों के आगे टिक नहीं पाईं।’

महिला स्वयं सहायता ग्रुपों की संख्या बढ़ी

पीएम मोदी ने कहा, ‘आज women self help groupsकी देश में संख्या देशभर में बढ़ी है। उनके काम करने के दायरे का भी बहुत विस्तार हुआ है। वो दिन दूर नहीं, जब आपको गांव-गांव में खेतों में, नमो ड्रोन दीदियां, ड्रोन के माध्यम से खेती में मदद करती हुई दिखाई देंगी।’

स्वास्थ्य सेवाओं का जिक्र

पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरे साथियो, जब आयुष चिकित्सा पद्धति की बात कर रहा हूं, तो मेरी आँखों के सामने यानुंग जामोह लैगोकी भी तस्वीर आ रही हैं। सुश्री यानुंग अरुणाचल प्रदेश की रहने वाली हैं और हर्बल औषधीय विशेषज्ञ हैं। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में गरीब मरीजों की सेवा करते हुए उन्हें 5 दशक से ज्यादा का समय हो रहा है। हमारे देश में आयुर्वेद और हर्बल मेडिसीन का जो खजाना छिपा है, उसके संरक्षण में सुश्री यानुंग और हेमचंद जी जैसे लोगों की बड़ी भूमिका है। इसी तरह इस बार छत्तीसगढ़ के हेमचंद मांझी उनको भी पद्म सम्मान मिला है। वैद्यराज हेमचंद मांझी भी आयुष चिकित्सा पद्धति की मदद से लोगों का इलाज करते हैं।

पद्म सम्मान पाने वालों का जिक्र

पीएम ने कहा, ‘इस बार भी ऐसे अनेकों देशवासियों को पद्म सम्मान दिया गया है, जिन्होंने जमीन से जुड़कर समाज में बड़े-बड़े बदलाव लाने का काम किया है। इन प्रेरणादायक लोगों की जीवन-यात्रा के बारे में जानने को लेकर देश-भर में बहुत उत्सुकता दिखी है। मीडिया की हेडलाइंस से दूर, अखबारों के फ्रंट पेज से दूर, ये लोग बिना किसी लाइमलाइट के समाज सेवा में जुटे थे। इस बार 2014 की तुलना में 28 गुना ज्यादा नॉमिनेशन प्राप्त हुए हैं।

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