गोरखपुर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां जिले के पिपराइच थाना क्षेत्र के तरकुलही निवासी एक व्यक्ति के पागलपन ने पत्नी व उसकी जिंदगी को मौत की दहलीज पर लाकर खड़ा कर दिया। लगभग एक महीने पहले उसने पत्नी के चरित्र पर संदेह करते हुए उसकी अग्नि परीक्षा ली।
वहीं गुरुवार रात इलाज कराने के बहाने पत्नी को जहरीला पेय पिला दिया और खुद भी पी लिया। उसने अपने बच्चों को भी जहरीला पेय पिलाने की कोशिश की, लेकिन पत्नी ने उसके हाथ से बोतल छीनकर फेंक दी। पति-पत्नी की स्थिति नाजुक है। दोनों का भटहट के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बताया जा रहा है कि तरकुलही निवासी एक युवक की शादी 12 वर्ष पूर्व गुलरिहां के जैनपुर के काजीपुर टोला निवासी एक युवती से हुई थी। दोनों के तीन बच्चे हैं। युवती के पिता का आरोप है कि एक महीने पहले उसके दामाद ने बेटी के चारित्र पर संदेह करते हुए कहा कि वह हाथ पर कपूर जलाकर अग्निपरीक्षा दे। उसने कहा कि यदि वह सही होगी तो उसे कुछ नहीं होगा। पत्नी ने हाथ में कपूर जलाकर दिखा दिया। कपूर जलाने से पत्नी का हाथ जल गया। उसके हाथ का अभी भी इलाज चल रहा है।
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बताया कि दामाद ने बेटी को इलाज के बहाने ले जाकर एक जहरीला पेय पीने को कहा। उसने कहा कि इसे पीने से सब ठीक हो जाएगा। पति के भरोसे के लिए महिला ने जहरीला पेय पी लिया। उसके बाद युवक ने भी पी लिया। वह अपने तीनों बच्चों को भी वो पेय पिलाने जा रहा था, लेकिन पत्नी ने पति के हाथ से बोतल छीनकर फेंक दिया।
ससुराल पहुंचते ही दोनों को उल्टियां होने लगीं। दोनों को भटहट के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। वहां दोनों की स्थिति गंभीर है। भटहट चौकी प्रभारी विरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी नहीं मिली है।