लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि राष्ट्र संत गाडगे स्वच्छता अभियान के जनक थे । महान समाज सुधारक संत गाडगे सामाजिक सद्भावना व एकता के प्रतीक थे । उन्होंने दीन दुःखियों तथा उपेक्षितों की सेवा में अपना संपूर्ण जीवन समर्पित किया संत गाडगे के विचार भारतीय समाज की असली पूंजी है । श्री केशव प्रसाद मौर्य मंगलवार को लोक निर्माण विभाग मुख्यालय स्थित विश्वेश्वरैया हाल में आयोजित राष्ट्र संत गाडगे की जयंती के अवसर पर उनको श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उक्त विचार व्यक्त किए।
श्री गाडगे के चित्र पर पुष्पांजलि करते हुए कहा कि उन्होंने जन जागरण कर समाज सुधार का कार्य किया । सामाजिक समरसता को अपने जीवन का आधार बनाया ।उन्होने सामाजिक जागृति के दीप जलाए। अंधविश्वास और पाखंड विरोधी संत गाडगे ने समाज को जागरूक करने का अभिनव प्रयास किया ।
लाल किला हिंसा: कोर्ट ने दीप सिद्धू को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
शिक्षा, स्वास्थ व स्वच्छता अभियान के जनक संत गाडगे को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए श्री मौर्य ने कहा कि नर ही नारायण है, ऐसा मानने वाले ,स्वच्छता अभियान के जनक अपाहिजो व दीन दुःखियों की सेवा करने वाले मानवता के पुजारी संत गाडगे सामाजिक समरसता के द्योतक थे। उन्होंने धर्मशालाओं ,गौशालाओं शिक्षालयों की स्थापना करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया । वह कहा करते थे कि अगर भोजन के लिए थाली नहीं है , तो हथेली पर रखकर भोजन कर लो ,लेकिन बच्चों को शिक्षा जरूर दिलाओ ।समाज के पिछड़े लोगों की सेवा को ईश्वर की भक्ति मानकर सबके कल्याण का मार्ग दिखाने में संत गाडगे की भूमिका अविस्मरणीय है ।
संत गाडगे की जयंती पर देश व प्रदेश वासियों को बधाई देते हुए श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि संत गाडगे के जीवन दर्शन को आज न केवल अपनाने की जरूरत है ,बल्कि उसे आत्मसात करने की भी जरूरत है। इनके प्रेरणादायक और प्रेरक विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता है। समाज के हित में किए गए उनके कार्यों को कभी देश भुला नहीं सकता ।
विश्वेश्वरैया हाल में आयोजित कार्यक्रम में राज्यमंत्री , गुलाबो देवी ,कार्यक्रम संयोजक व विधान परिषद सदस्य सुरेंद्र चौधरी सहित भारी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे।