रामपुर। बापू मॉल और किला परिसर में 4 नवंबर से 14 नवंबर तक चलने वाले दिवाली मेले का जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने फीता काटकर शुभारंभ किया। बापू मॉल में शुभारंभ के बाद जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों ने मिट्टी के दिये जलाए और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
दिवाली मेले में रामपुर में निर्मित हैंडीक्राफ्ट उत्पादों को मुख्य रूप से रखा गया है। जिसमें रामपुर में बनने वाले वायलन, टोपी, चाक़ू, पतंग, दरदोज़ी, दिये वग़ैरह की दुकानें लगायी गई हैं। जिलाधिकारी के साथ अन्य अधिकारियों ने स्थानीय उत्पादों की मेले में लगी दुकानों पर जाकर उनके उत्पादों को देखा और स्वीकृत लोन के ड्राफ्टों को भी उत्पादकों को दिया।
मेले के शुभारंभ में पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम, मुख्य विकास अधिकारी गजल भारद्वाज, अपर जिलाधिकारी प्रशासन जगदम्बा प्रसाद, अपर जिलाधिकारी राम भरत तिवारी, कार्यक्रम अधिकारी राजेश कुमार के अलावा अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहे।
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जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने कहा कि दिवाली मेले का मूल उद्देश्य दिवाली के अवसर पर स्थानीय उत्पादों को प्रमोट करना और स्थानीय उत्पादों को खरीदना और साथ ही साथ परंपरा के अनुसार जो प्रकृति के अनुरूप चीजें हैं और जो दिवाली के लिए बनी है उनका उपयोग करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना और दिवाली मनाना है।
उसमें मिट्टी के दिए हैं मिट्टी के खिलौने हैं और बहुत सारे डेकोरेटिव आइटम है जो घरों में बनती है रंगोली के आइटम्स है और इसके साथ साथ जो रामपुर में बनने वाले हैंडीक्राफ्ट हैं उसमें चाहे वायलन हो, चाक़ू हो, दरदोज़ी हो, टोपी हो, पतंग हो, पटापटी हो बहुत से ऐसे उत्पाद हैं जो यहां बनते हैं और यह बहुत दूर तक जाते हैं। लेकिन इनकी पहचान कम होती है इसमें ज्यादातर उत्पाद बाहर जाने वाले हैं। कहा कि इनको प्रमोट करना ताकि स्थानीय अवसर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध हो और जो रामपुर का हुनर है वह बाहर निकल कर जाए इसका मूल उद्देश्य यही है। इसके साथ दिवाली पर यह कोशिश कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा प्रकृति के साथ सद्भाव रखने वाली चीजों से और अपनी पारंपरिक चीजों से दिवाली मनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रहे हैं।
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यह आज 4 नवंबर से दिवाली 14 नवंबर तक चलना है। हालांकि कोविड-19 का प्रकोप चल रहा है लेकिन यहां ज्यादा केस नहीं है, लेकिन फिर भी ज्यादा सतर्कता बरत रहे हैं।इसके साथ इसमें गवर्नमेंट की स्कीम्स इन सारी चीजों के बारे में भी लोगों को अवेयर करा रहे हैं जो ऑलरेडी ऑनगोइंग चीजें हैं।उसके साथ ही विधान परिषद के चुनाव की घोषणा हो चुकी है तो आचार संहिता के दायरे के अंदर ही यह सारे कार्य किए जा रहे हैं।
रामपुर के वायलन के बारे में बहुत कम लोगों को पता है जोकि बाहर सबसे ज्यादा यहीं का इस्तेमाल होता है इसको प्रमोट करने के लिए हमने लोन दिलाया है और इसको नये सिरे से दोबारा उठ खड़े होने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। ठीक यही काम चाकू के लिए किया है। चाकू के लिए हम त्रिस्तरीय काम कर रहे हैं।जिसमें पहले स्तर पर ऑलरेडी जो इस बिज़नेस में है उनके काम को बढ़ाने के लिए और लोगों को शामिल कर रहे हैं लोगों को इसमें लोन दिलवाया है।
दूसरा स्तर इसमें इसको बढ़िया स्तर पर पैकेज करना क्योंकि रामपुरी चाकू को अभी भी ज्यादातर लोग नेगेटिव रूप में जानते हैं और यह ज्यादातर लोगों का यह मानना है कि यह प्रतिबंध चीज है प्रतिबंधित असल में 6 इंच या उससे ज्यादा का है। लेकिन घर में इस्तेमाल करने के लिए चाहे वह सब्जी काटने के कामों के लिए हो रामपुरी ब्रांड के नाम पर प्रमोट कर रहे हैं। रामपुरी चाकू के नाम पर प्रमोट कर रहे हैं उस शेप में वहां जाए होटलों में जाएं,बाकी कई सारी चीजों में चाकू इस्तेमाल होता है। हम इसके साथ यह प्रयास कर रहें हैं कि रामपुरी चाकू जो अब बनेगा वह प्रकृति से सदभाव रखने वाली चीज़ों से बनेगा यानी लकड़ी या लोहे का इस्तेमाल हो। इस तरह से रामपुर का ब्रांड चाकू बाहर जाए इसके लिए प्रशिक्षण से लेकर हर तरीके से लोगों को प्रोत्साहित करने का भी काम कर रहे हैं।