मध्य प्रदेश के गंजबासौदा शहर के सेंट जोसेफ स्कूल में पिछले कई दिन से विवाद चल रहा है। आरोप है कि यहां पर बच्चों का धर्मांतरण किया गया। अब इसी आरोप के बीच आज स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया गया, पत्थरबाजी हुई और तोड़फोड़ भी की गई। कहा जा रहा है कि कुछ हिंदू संगठनों ने ये बवाल काटा था।
अभी के लिए मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की पहचान की जा रही है। वहां मौजूद चश्मदीद बताते हैं कि बवाल के दौरान स्कूल पर पत्थर फेंके गए थे और स्कूल प्रॉपर्टी को भी नुकसान पहुंचाया गया। अब इन तनावपूर्ण स्थिति के बीच स्कूल प्रशासन ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है। जानकारी दी गई है कि स्कूल में छात्रों की परीक्षा जारी है, ऐसे में टीचर और बच्चों की सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया जाए। वही घटना के बाद छात्र सहमे हुए हैं। स्टूडेंट का कहना है कि उनके पेपर चल रहे थे इसी बीच पथराव तोड़फोड़ शुरू हो गई। हम लोग घबरा गए, पेपर बीच में ही रोकना पड़ा और हमें ऊपर मंजिल पर सुरक्षित कमरे में भेज दिया गया था।
MP: A mob, that also included members of some Hindu organisations, vandalised St Joseph School in Ganj Basoda of Vidisha district y’day, claiming religious conversion of students at the school. The students were taking their class 12th CBSE board exam when the incident occurred. pic.twitter.com/b1L8TyMtO2
— ANI (@ANI) December 7, 2021
वहीं, इस हिंसा के बाद विश्व हिंदू परिषद ने भी एक बयान जारी किया है। बयान में ये माना गया है कि उनके संगठन द्वारा प्रदर्शन किया गया था, लेकिन किसी भी तरह की हिंसा को नकार दिया गया है। कहा गया है कि किसी भी तरह के बवाल से हमारा कोई नाता नहीं है। हमारा शांतिपूण प्रदर्शन था। पिछले एक हफ्ते से कई संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं। धर्मांतरण मामले में जांच की मांग की जा रही है। यहां पर गरीब बच्चों का धर्म परिवर्तन किया जा रहा है।
इस घटना को लेकर प्रदर्शन करने वाले विश्व हिंदू परिषद के विभाग प्रमुख नीलेश अग्रवाल का कहना है कि यहां के गंजबासौदा निवासी राजेश माथुर ने दान स्वरूप यह जमीन स्कूल वालों को अस्पताल बनाने के लिए दी थी लेकिन यहां व्यवसायिक गतिविधियां स्कूल के रूप में संचालित की जा रही हैं इसमें मोटी मोटी फीस विद्यार्थियों से वसूली जाती है तो वहीं पिछले दिनों यहां के 8 बच्चों के धर्मांतरण को लेकर मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश सरकार की तरह यहां भी इस प्रकार के कार्य करने वाले ईसाई मिशनरियों पर बुलडोजर चलाकर इसे जमीन का स्वरूप दे दिया जाए।
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हिंदू संगठनों द्वारा एक ज्ञापन भी सौंपा गया है जिसमें धर्मांतरण करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन की बात कही गई है। आरोप लगाया गया है कि सेंट जोसेफ स्कूल में आठ बच्चों को ईसाई बनाया गया है। लेकिन स्कूल प्रशासन और सेंट जोसेफ चर्च ने इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है।
जानकारी दी गई कि जिन आठ बच्चों को लेकर धर्मांतरण का आरोप लगाया गया है, असल में कुछ दिन पहले उनका जनेऊ संस्कार किया गया था। चर्च ने इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की मांग कर दी है। चर्च की तरफ से कुछ यूट्यूब चैनलों पर भी आरोप लगाया गया है। कहा गया है कि उन चैनलों के जरिए फेक न्यूज फैलाई गई और माहौल को खराब करने का प्रयास रहा।