रमजान (Ramadan) का पवित्र महीना शुरू होने जा रहा है. नालंदी में इसे लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. रमजान का पवित्र महीना और रोजे को लेकर लोगों में काफी उत्साह है. खुशियों का एक कारण यह भी है कि रोजेदारों को इस बार अल्लाह तआला की इबादत में ज्यादा वक्त गुजारने का मौका मिल रहा है. इस बार रोजेदारों को करीब सवा 14 घंटे रोजा रखने का मौका मिल रहा है. पहले दिन का रोजा 13 घंटा 27 मिनट होगा जबकि, अंतिम रोजा 14 घंटा 12 मिनट का होगा.उम्मीद जताई जा रही है, कि इस बार 24 मार्च से रमजान की शुरुआत होगी.
इफ्तार व सेहरी को लेकर कैलेंडर जारी
चांदपुरा स्थित मदरसा इशाअत-ए-इस्लाम के प्रिंसिपल मुफ्ती एजाज कासमी ने बताया कि इस बार पहले रोजे की सहरी का अंतिम समय 04:33 मिनट और इफ्तार का समय 6 बजे होगा. जबकि, अंतिम दिन का रोजे के सहरी का अंतिम समय 04:01 और इफ्तार का समय 06:13 मिनट होगा.
उन्होंने बताया कि रमजान के शुरू होने और इफ्तार व सहरी को लेकर इस्लामी कैलेंडर जारी कर दिया गया है. इस कैलेंडर के मुताबिक इस बार रमजान (Ramadan) का रोजा करीब साढ़े 13 घंटे से लेकर साढ़े 14 घंटे तक रखना पड़ेगा.
चांद दिखने के बाद से शुरु होगा रमजान
बिहार शरीफ मुख्यालय के गढ़ पर मस्जिद के इमाम हाफिज निशार खान ने बताया कि रमजान का पवित्र महीना चांद दिखने के बाद से शुरू हो जाएगा. चांद नजर आने के बाद से रोजा रखने की परंपरा है. रमजान के महीने में रोजे रखकर अल्लाह तआला की इबादत करेंगे. इस पाक महीने में अल्लाह तआला अपने बंदों पर रहमतों का खजाना लुटाते हैं और भूखे-प्यासे रहकर खुदा की इबादत करने वालों के गुनाह माफ करते हैं. इस महीने में दोजख़ (नरक) के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं और जन्नत की राह खुल जाती है.
इस बार रमजान (Ramadan) में 5 जुमा
इमारत-ए-शरीआ व अन्य मुस्लिम संस्थाओं द्वारा जारी कैलेंडर के अनुसार इस बार रमजान महीने में कुल 5 जुमा पड़ेगा. अगर रमजान का चांद 21 मार्च को दिख जाता है तो फिर इस वर्ष का पहला रोजा जुमा के दिन से ही शुरू होगा. जबकि, दूसरा जुमा (शुक्रवार) 31 मार्च, तीसरा जुमा 7 अप्रैल, चौथ जुमा 14 अप्रैल और अंतिम जुमा 21 अप्रैल को होगा. उसके बाद शनिवार को रोजा रखकर रविवार को ईद का त्योहार मनाया जा सकता है. हालांकि, चांद दिखने में अगर फर्क हुआ तो फिर इसमें अंतर भी आ सकता है.