जम्मू-कश्मीर में पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर के नरखास में शहीद हुए राज्य के दो सूबेदार के पार्थिव शरीर रविवार को विशेष विमान से जौलीग्रांट पहुंचे। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, स्वामी यतीश्वरानंद ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
जम्मू-कश्मीर में पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर के नरखास के जंगलों में आतंकियों की तलाश में चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान हुई मुठभेड़ में उत्तराखंड के दो सपूत सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह शहीद हो गए थे। इन दोनों वीर शहीदों के पार्थिव शरीर को विशेष विमान से जौलीग्रांट लाया गया है, जहां से शहीदों के पार्थिव शरीर उनके पैत्तृक गांव पहुंचा जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह के पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने उनकी शहादत को नमन करते हुए कहा कि राज्य सरकार शहीदों के परिजनों के साथ हर समय खड़ी है।
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सैन्य कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि सरकार वीर सपूतों की अमर शहादत को नमन करती है। राज्य सरकार शहीदों के परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी सहित हर सम्भव सहायता के लिए प्राथमिकता से कार्य कर रही है।
मंत्री ने बताया कि सेना के हवाले से बताया कि जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में उत्तराखंड के दो जवान शहीद हो गए थे। शहीद सूबेदार अजय सिंह रामपुर ग्राम, तहसील नरेंद्र नगर, टिहरी जबकि नायक हरेंद्र सिंह ग्राम पीपलसारी, पोस्ट रिखनीखाल तहसील लैंसडाउन, पौड़ी गढ़वाल के निवासी थे। सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह जंगलों में छिपे आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए सुरक्षा बलों की ओर से शुरू किए गए तलाशी अभियान का हिस्सा थे।
उन्होंने बताया कि चौदह अक्टूबर को आतंकवादियों के साथ भीषण गोलाबारी के बाद सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह के साथ कम्युनिकेशन नेटवर्क बंद हो गया था।
आतंकवादियों को ढेर करने और सैनिकों के साथ कम्युनिकेशन बहाल करने के बाद अथक तलाशी अभियान जारी रहा। इस दौरान शनिवार शाम को सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह के पार्थिव शरीर बरामद किए गए।
उन्होंने कहा कि अमर शहीदों ने देश सेवा के लिए अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान दिया है, जिसको कभी भुलाया नहीं जा सकता है।