लखनऊ। अयोध्या एयरपोर्ट का नाम मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के नाम पर किया जाएगा। इसके साथ ही एयरपोर्ट को अब अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जाएगा। योगी सरकार ने एयरपोर्ट का नाम बदलने और दायरा बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी है। एयरपोर्ट का निर्माण दिसंबर 2021 तक पूरा करने की योजना है।
राम मंदिर बनने के बाद यह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय श्रद्धालुओं पाठकों की संख्या में भारी वृद्धि होगी। उसके मद्देनजर एयरपोर्ट के विस्तार की योजना बनाई गई है। एयरपोर्ट को फिलहाल अंतरराष्ट्रीय स्तर का दर्जा नहीं मिला है, लेकिन राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय मानकों के तहत तैयारी करवा रही है, ताकि एयरपोर्ट शुरू होने से पहले ही अंतराष्ट्रीय स्तर का दर्जा मिल सके।
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गौरतलब है कि अयोध्या स्थित हवाई पट्टी को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का आकार देने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। इस हवाई पट्टी को बडे़ विमानों के लिए तैयार किया जा रहा है। पहले चरण में यहां ए321 और दूसरे चरण में कोड-ई बी777.300 श्रेणी के विमानों का संचालन शुरू किया जाएगा।
एएआई ने पूर्व में ही प्री-फिजिबिलटी स्टडी पूरी कर ली है। इसके अनुसार राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए लगभग 600 एकड़ भूमि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को उपलब्ध कराएगी। योगी सरकार ने अयोध्या स्थित हवाई पट्टी को एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने के लिए 525 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी।
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प्रदेश सरकार के नागरिक उड्डयन एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कहा कि अबतक 525 करोड़ रुपए स्वीकृत हो चुके हैं, जिसमें 300 करोड़ रुपए अब तक खर्च किया जा चुका है। जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है, इस बारे में जल्दी ही एक समीक्षा बैठक भी अधिकारियों की बुलाई जाएगी।