सहारनपुर| कोरोना संक्रमण के चलते पिछले छह माह से प्रशासन द्वारा बंद कराई गई इस्लामिक शिक्षण संस्था दारूल उलूम देवबंद का नया शिक्षा सत्र आगामी दस नवंबर से शुरू होगा। दारूल उलूम के कुलपति मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी बनारसी ने बुधवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दारूल उलूम देवबंद का नया शिक्षा सत्र आगामी दस नवंबर से शुरू होगा।
उन्होंने कहा कि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का संस्था में पूरी तरह से पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण अभी फैला हुआ है। इसलिए संस्था में स्थानीय छात्रों को पढ़ने की अनुमति दी जाएगी। देशभर के छात्रों को अभी यहां पढ़ाई के लिए इंतजार करना होगा।
गौरतलब है कि पाच हजार छात्रों की क्षमता वाले इस शिक्षण संस्थान में करीब तीन हजार छात्र देशभर से आते हैं और करीब डेढ़ से दो हजार छात्र स्थानीय होते हैं। अप्रैल में होने वाली प्रबंध समिति की बैठक कोरोना संक्रमण के चलते छह माह की देरी से अब हुई है।
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प्रबंध समिति की बैठक में मौलाना गुलाम मोहम्मद वस्तानवी ने भाग लिया। उन्हें कुछ वर्ष पूर्व कुलपति के पद से हटा दिया था। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक व प्रशंसक हैं। मौलाना गुलाम मोहम्मद वस्तानवी गुजरात में देश के सबसे बड़े इस्लामिक शिक्षण संस्थान के संचालक हैं।
इस्लामिक तालिम के साथ-साथ मेडिकल, इंजीनियंरिंग एवं आधुनिक शिक्षा के शिक्षण संस्थान भी चलाते हैं। उनके यहां को-एजूकेशन प्रणाली लागू हैं जिसमें छात्रा एवं छात्र एक साथ शिक्षा प्राप्त करते हैं।