2025 का आगमन बुधवार एक जनवरी को होगा। यह दिन न केवल नव वर्ष (New Year) का उत्सव लेकर आएगा, बल्कि ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी विशेष शुभ रहेगा। इस दिन चार शुभ संयोग बन रहे हैं, जो इसे और भी पवित्र और मंगलमय बना रहे हैं। ज्योतिष जानकार पंडित अरविंद पांडेय के अनुसार, 2025 का यह साल व्यापार में नई ऊंचाइयों को छूने वाला रहेगा। शुक्र और शनि की युति व्यवसाय क्षेत्र में निवेश और विस्तार के नए अवसर लेकर आएगी। आर्थिक क्षेत्र में उन्नति होगी और व्यापारियों के लिए यह साल अत्यधिक लाभकारी सिद्ध होगा। साल की शुरुआत शुभ संयोग में हो रही है।
शुभ संयोग में होगी नए साल (New Year) की शुरुआत
उत्तराषाढ़ नक्षत्र: आचार्य पप्पू पांडेय के मुताबिक, 1 जनवरी को उत्तराषाढ़ नक्षत्र का संयोग बनेगा। यह नक्षत्र सफलता, समृद्धि और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। इसे शुभ कार्यों और नए शुरुआत के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है।
बालव करण: साल के पहले दिन बालव करण रहेगा, जो शुभता और उन्नति का प्रतीक है। इस कारण व्यापार, परिवार और व्यक्तिगत जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाने का संकेत देता है।
व्याघात योग: व्याघात योग को थोड़ा कठिन माना जाता है। लेकिन, इस दिन बुध के प्रभाव से यह योग संतुलित रहेगा। यह योग आपके कार्यों में रुकावटों को दूर कर सफलता का मार्ग प्रशस्त करेगा।
शुक्र-शनि की युति: नववर्ष की शुरुआत शुक्र और शनि की युति के साथ होगी। यह युति व्यापार में उन्नति और प्रजा के वैभव को बढ़ाने का संकेत देती है। शुक्र धन, विलासिता और कला का कारक है, जबकि शनि मेहनत, अनुशासन और स्थायित्व का प्रतीक है। इन दोनों ग्रहों का साथ समाज और व्यक्तिगत जीवन में स्थायित्व और प्रगति लाएगा। शनि ग्रह का प्रभाव समाज में स्थायित्व और अनुशासन लाने वाला रहेगा। इसका असर प्रजा के जीवन में समृद्धि और खुशहाली के रूप में दिखेगा। सामाजिक स्तर पर यह साल सामूहिक उन्नति का संकेत देता है।
2025 की शुभ शुरुआत के लिए जरूर करें ये काम-
1 जनवरी को बुधवार है, बुधवार को गणेश जी का दिन माना जाता है। श्री गणेश जी के दर्शन करें। उनकी पूजा करके साल की शुरुआत करें। 1 जनवरी के शुभ योग में कोई नया कार्य आरंभ करना लाभकारी साबित हो सकता है। जरूरतमंदों को दान और सेवा से नए साल की शुरुआत करना शुभ फलदायक होगा।